राजभवन में नमाज पढ़ना चाहते हैं मुस्लिम, वजह जानकर रह जाएंगे दंग

कोरोना महामारी के चलते बंद किए गए धार्मिक स्थलों को धीरे-धीरे खोला जा रहा है. मंदिर-मस्जिद को कुछ शर्तों के साथ खोला गया है जिसमें सावधानी बरतने के साथ ही पूजा और नमाज पढ़ी जा सकती है.

कोरोना महामारी के चलते बंद किए गए धार्मिक स्थलों को धीरे-धीरे खोला जा रहा है. मंदिर-मस्जिद को कुछ शर्तों के साथ खोला गया है जिसमें सावधानी बरतने के साथ ही पूजा और नमाज पढ़ी जा सकती है. वहीं महाराष्ट्र में काफी विवादों के बाद धार्मिक स्थलों को उद्धव सरकार ने खोल दिया है. इसी बीच रजा अकादमी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर राजभवन में फिर से नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी है. रजा अकादमी का कहना है कि, सभी धार्मिक स्थल खुल गए हैं. इससे राज्य में सभी खुश हैं और यहां तक की लोग सीएम उद्धव को धन्यवाद बोल रहे हैं.

अकादमी ने पत्र में लिखा, लेकिन राजभवन स्थित मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए सिर्फ पांच से सात लोगों को अंदर जाने से मना कर दिया गया. लिहाजा वे राज्यपाल से निवेदन करते हैं कि वो कर्मचारियों को आदेश दें कि मुस्लिमों को लॉकडाउन से पहले की तरह ही राजभवन की मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाए.

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कोरोना के इस संकट के दौरान मुंबई के लिए राहत की बात है. महानगर में कोरोना के मामलों में कमी देखी जा रही है. वहीं महाराष्ट्र के पुणे शहर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. पुणे के 5 इलाकों में सर्वे में शामिल लोगों में से 80 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में प्रोटेक्टिव एंटीबॉडीज़ होने की पुष्टि हुई है. पुणे के 5 इलाकों के लगभग 1700 लोगों में सीरो सर्वे किया जिसमें यहां हर्ड इम्युनिटी होने की बात सामने आई है.

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