फिरोजाबाद में महिलाओँ ने खड़ा किया आलू से चिप्स बनाने का प्लांट, रोजाना इतने क्विंटल चिप्स का उत्पादन
फिरोजाबाद जिला आलू उत्पादक का प्रमुख क्षेत्र रहा है। यहां ओर आलू इतनी अधिक मात्रा में होता हैं कि आलू की कीमत कम होने के कारण यह बिक
उत्तर प्रदेश। फिरोजाबाद जिला आलू उत्पादक का प्रमुख क्षेत्र रहा है। यहां ओर आलू इतनी अधिक मात्रा में होता हैं कि आलू की कीमत कम होने के कारण यह बिक नहीं पाता और सड़ जाता है जिसे फेंक दिया जाता है। जिले में काफी समय से मांग थी आलू को सही कीमत मिले और आलू का सदुपयोग हो। इस इलाके के लोगों की पिछले कई दशकों से मांग की जाती रही की आलू से चिप्स बनाने का प्लांट इसी इलाके में लगाया जाये। चुनाव के समय राजनीतिक दल भी हमेशा आलू के चिप्स बनाने के सरकारी प्लांट लगाने का आश्वासन देते रहे।
Also read: आज का दिन इस राशि के लिए रहेगा मंगलमय, जरुर देखें अपना राशिफल
महिलाएं हैं इस कम्पनी का शेयर होल्डर
लेकिन पिछले कई माह से आलू के प्लांट आलू के चिप्स बनाने के प्लांट लगाने का जिम्मा उठाया फिरोजाबाद जनपद में ही रहने वाली महिलाओं ने मुख्य विकास अधिकारी, चर्चित गॉड के निर्देशन में धन इकट्ठा करना शुरू हुआ और सभी महिलाओं ने 650 महिलाओं ने ₹3000 प्रति माह के महिला के हिसाब से अपना अंशदान बैंक में जमा कराया मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गॉड ने इनका बैंक में खाता खोलकर इनकी कंपनी को पहले कंपनी एक्ट में रजिस्टर्ड कराया और ये सभी महिलाएं इस कंपनी की शेयर होल्डर बन गई।
शहर के शिकोहाबाद में बना प्लांट
घरेलू महिलाओ के अति उत्साह को देखकर मुख्य विकास अधिकारी ने इस इस प्लांट के लगाने के लिए प्लांट लगाने वाले विशेषज्ञ लोगो से बात की फिर लगभग 3 माह में ये प्लांट शिकोहाबाद कस्बे के दिखतोली गांव में किराए के भवन में बनकर तैयार हो गया। इस जगह प्लांट इस लिए लगाया कि इस इलाके के आसपास आलू की पैदावार अधिक है। शुरुआत से अब तक प्लांट का खर्चा करीब-करीब ₹ 60 लाख का आया है।
Also read: पनीर कबाब घर में बनाएं, बस देखें इसकी सरल रेसिपी
रोजना इतने क्विंटल चिप्स का उत्पादन
इस कार्य मे सभी 650 महिलाओं ने जितना अंशदान किया उसके अलावा जितना भी धन चाहिए था। वह बैंक ने इनको सस्ती ब्याज पर मुहैया करा दिया है। अब इन महिलाओं के द्वारा इस अनूठी पहल को मूर्ति रुप दिया जा चुका है और इसका आज विधिवत शुभारंभ कर दिया गया है जो अब ग्रामीण क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। इस प्लांट के संचालन में सहायता समूह की 650 महिलाएं इसका आलू के चिप्स का निर्माण करेंगी और बिक्री करेंगी। इस आलू के चिप्स का ब्रांड नाम आर्च रखा गया है। इससे महिलाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हुए है।
इस प्लांट को लगाने में ₹60 लाख की लागत आई है और इसमें 50 किलोग्राम आलू प्रति घंटे के हिसाब से चिप्स बनाए जा सकेंगे। आधुनिक तकनीक से बने इस प्लांट में उत्पादन का कार्य सुचारू रूप से हो जाएगा तो इसकी क्षमता बढ़ा दी जाएगी। फिलहाल कई दिनों से चिप्स के उत्पादन का ट्रॉयल कंपनी द्वारा कर दिया है। यह कार्य ग्रामीण अजीविका मिशन स्वावलंबी बनाने की योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के विकास का नया आयाम है
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :