फतेहपुर : दुष्कर्म का मुकदमा लिखवाने के बाद अपने बयान से पलटी महिलाएं
सोशल मीडिया में अब पुलिस की कार्यवाई पर उठाए जा रहे सवाल लगाए जा रहे अनर्लगल आरोप
- दुष्कर्म का मुकदमा लिखवाने के बाद अपने बयान से पलटी महिलाएं
- सोशल मीडिया में अब पुलिस की कार्यवाई पर उठाए जा रहे सवाल लगाए जा रहे अनर्लगल आरोप।
Women overturned : दुष्कर्म के पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए कड़े कानून भले ही बनाये गए हो लेकिन इस कानून के आड़ में अपने विरोधियों को फ़साने का खेल जमकर खेला जा रहा है. ताजा मामला फतेहपुर जिले के रेलवे कालोनी का है जहाँ रेलवे कालोनी में अगल बगल रहने वाले दो परिवारों के बीच हुई मामूली कहासुनी के बाद पुलिस ने जब एक पक्ष पर एनसीआर दर्ज कर आगे की कार्यवाई शुरू की.
- तो एनसीआर दर्ज करवाने वालों ने बलात्कार का आरोप लगाना भी शुरू कर दिया.
- दूसरे पक्ष को जब इस बात का पता चला तो दूसरा पक्ष भी सदर कोतवाली पहुँचा.
- और वहाँ उसने भी दूसरे पर रेप का आरोप मढ़ना शुरू कर दिया.
- मजबूरन पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर लेते हुए चार लोगों पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज कर लिया.
- 31 जुलाई को हुई इस घटना के बाद अपने आप को बलात्कार पीड़ित बताने वाली दोनों महिलाओं को लेकर जब मेडिकल परीक्षण कराने महिला अस्पताल पहुँची.
तो दोनों महिलाओं ने अपना आंतरिक और बाह्य परीक्षण कराने से साफ इंकार कर दिया.
- इतना ही नही दोनो महिलाओं ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के सामने लिखित में यह बयान दिया कि उनके साथ दुष्कर्म जैसी कोई वारदात नही हुई है।
- पूरे मामले से जिले से महकमे के उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बाद सदर कोतवाली पुलिस ने दोनों मामलों को स्पंज कर दिया।
- मुकदमे को बंद करने के पहले पुलिस ने दोनों ही पक्षो से कलम बन्द बयान लेने के अलावा।
- कैमरे के सामने भी यह बयान दर्ज करवाया की उनके साथ बलात्कार जैसी कोई घटना नही हुई है।
- इतना होने के बाद पुलिस ने तो फाइल बन्द कर दी.
- लेकिन इसके बाद अब सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने पुलिस की कार्यवाई पर ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है.
Women overturned जिसमे जिले में जंगल राज व्याप्त होने तक की संज्ञा दी जा रही है.
- इस मामले में पुलिस ने वही किया जो महिलाओं द्वारा कहा गया है.
- लेकिन इसके बाद भी महिलाओं के लिखित बयान और वीडियो ग्राफी के बाद भी जिस ढंग से पुलिस पर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे है.
- उससे पुलिस के आलाधिकारी भी हैरान रह गए है.
- जिले के पुलिस अफसरों का यहाँ तक कहना है कि.
- अगर इसी तरीके से पुलिस पर अनर्गल और मनमाने आरोप लगाए जाते रहेंगे.
- उससे ईमानदार पुलिस अधिकारियों पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
- सोशल मीडिया में इसे लेकर जिस तरीके से मनमानी तरीके से सब कुछ लिखा पढ़ा जा रहा है.
- यह वाकई हैरान करने वाला है.
- इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक कपिल देव मिश्रा का कहना है कि महिलाओं ने जो तहरीर पुलिस को दी थी.
- उसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था.
- महिलाओं के बयान बदलने के बाद पुलिस ने महिलाओं के बयानों के आधार पर कार्यवाई की है.
- लेकिन इसके बावजूद कोई पक्ष पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवाता है.
- तो जांच के बाद कार्यवाई की जाएगी।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :