योगी जी ! और अब महिला बाल कल्याण विभाग की महिला संविदा कर्मियों ने किया धरना प्रदर्शन

सेवा बहाली की मांग को लेकर महिला समाख्या में कार्यरत रही महिला कर्मियों ने लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर जमकर किया विरोध प्रदर्शन।

सेवा बहाली की मांग को लेकर महिला समाख्या में कार्यरत रही महिला कर्मियों ने लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर जमकर किया विरोध प्रदर्शन। सूचना के बाद आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने सभी महिलाओं को झड़प के साथ हल्का बल प्रयोग करते हुए हिरासत में लेकर भेजा धरना स्थल इको गार्डन।

लगभग सैकड़ों की संख्या में पहुंची महिलाओं ने अपनी मांग को लेकर हजरतगंज चौराहे पर किया धरना प्रदर्शन। वही मंगलवार से धरना स्थल इको गार्डन में भूख हड़ताल शुरू कर दी ह। महिला समाख्या की कर्मियों ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक वह सभी भूख हड़ताल और इसी तरह धरना प्रदर्शन करती रहेंगी।

महिलाओं का कहना था कि उन्हें 26 जून 2020 को निकाल दिया गया। महिलाओं का कहना है कि बहाल करते हुए उन्हें आगे की नौकरी दी जाए। कर्मचारी संघ महिला समाख्या के बैनर तले प्रदेश के कई जिलों से आई महिलाओ को ईको गार्डन धरना स्थल भेजा गया।

जबकि करीब आधा दर्जन महिलाएं भूख हड़ताल शुरू कर दी है। समाख्या बीते 34 वर्षों से महिला सशक्तीकरण व जेंडर समानता के लिए चलाया जाने वाला अकेला कार्यक्रम रहा है। 2017 में महिला कल्याण विभाग द्वारा इस कार्यक्रम को ले लिया गया।

इससे करीब 800 कर्मचारी जुड़े हैं जिसमें ज्यादातर महिलाएं एकल, विधवा व अविवाहित हैं। 25 जून 2020 से महिला समाख्या कार्यक्रम को वन स्टाप सेंटर व महिला सशक्तीकरण में समाहित कर संचालित करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन इसका अनुपालन नहीं किया गया है। जिससे सभी कार्यकत्रियां भुखमरी की कगार पर पहुंच गई हैं।

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