वाराणसी : कोरोना के साथ अब मंडराने लगा है बाढ़ का खतरा, मंदिर भी होने लगे जलमग्न

वाराणसी में कोरोना के साथ अब बाढ़ का खतरा का खतरा मंडराने लगा है। पहाड़ी इलाको में लगातार हो रही बारिश के कारण वाराणसी में गंगा उफान पर है। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण अब घाट किनारे बसे मंदिर भी जलमग्न होने लगे है।

वाराणसी के 84 घाटों पर स्थित दो दर्जन से अधिक छोटे बड़े मंदिरों में अब गंगा का पानी प्रवेश कर गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में 58 मिली मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है।

वाराणसी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण अब तटवर्ती इलाको में रहने वाले लोगों को भी बाढ़ का डर सताने लगा है। इन सब के अलावा वाराणसी के नाविक और घाट किनारे पूजा पाठ कराने वाले पुरोहितों के सिर पर भी चिंता की लकीरें दिखने लगी है।

पुरोहितों की माने तो अभी कोरोना के मार से पुरोहित समाज उबर भी नही पाया था कि अब गंगा में बाढ़ के कारण फिर पुरोहितों के आगे रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। यहाँ 58 मिलीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार गंगा का जलस्तर 61.52 मीटर है जो खतरे के निशान से करीब 8 मीटर दूर है ।

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