कोटा पर चुप तो हाथरस पर हल्ला क्यों ?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित महिला के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में नाराजगी का एक और मामला अब राजस्थान से सामने आया है।
राजस्थान: उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित महिला के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में नाराजगी का एक और मामला अब राजस्थान से सामने आया है।
राजस्थान के बारां से दो नाबालिगों का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और उन्हें जयपुर और कोटा ले जाया गया था, जहाँ उन्होंने तीन दिनों तक गैंगरेप किया। पुलिस ने हालांकि दावा किया है कि दो नाबालिग लड़कियों ने अपने बयान में बलात्कार के आरोपों से इनकार किया है।
पीड़ितों के पिता ने कहा कि, पीड़ितों की उम्र 13 और 15 वर्ष है। पुलिस को पिता ने बताया कि, नाबालिगों ने भी अपनी बेटियों को 18 सितंबर की रात को उनके साथ जिला छोड़ने का लालच दिया। इसके बाद उन्हें कोटा और जयपुर ले जाया गया जहाँ उनके साथ दो नाबालिग लड़कों और तीन अन्य लोगों द्वारा बलात्कार किया गया, पिता ने आरोप लगाया।
21 सितंबर को दोनों लड़कियों को कोटा में पाया गया था। जबकि पुलिस ने दावा किया कि नाबालिग लड़कियों ने अपने बयान में बलात्कार के आरोपों से इनकार किया, दोनों ने कैमरे पर नशीला पदार्थ पिलाकर गैंगरेप किया।
इस बीच, दो नाबालिगों के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करने की धमकी दी गई।
घर से बच्चियों के गायब होने पर परिवार ने महिला थाना बारां में रिपोर्ट दर्ज करवाई। तीन दिन तक उन्हें ढूंढते रहे। जांच के दौरान बच्चियों की लोकेशन लगातार बदलती रही। इस दौरान मंडाना की तरफ लोकेशन ट्रैस होने पर परिवार पुलिस के साथ मौके पर गए। फिर 21 सितंबर को एक थाने से फोन आया ही बच्चियों और दो युवक को पकड़ लिया है।
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। लड़के-लड़की दोनों को साथ लाए थे। जिसमें से लड़कों को तो छोड़ दिया। वहीं, लड़कियों को सखी केंद्र भेज दिया गया। दोनों बहनों की उम्र 13 से 15 साल बताई जा रही है।
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