लखनऊ : जिसके बेटी होगी परिवार होगा वही तो दर्द समझेगा: संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को हाथरस पहुंच पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय की लड़ाई में परिवार को हर तरह की कानूनी मदद का भरोसा दिया।
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को हाथरस पहुंच पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय की लड़ाई में परिवार को हर तरह की कानूनी मदद का भरोसा दिया।
पीड़ित परिवार से मिलकर लौट रहे पार्टी प्रतिनिधिमंडल पर योगी सरकार के इशारे पर पुलिस के संरक्षण में स्याही फेंक कर हमला किया गया। आगरा में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि योगी जी अपने आप को ठाकुर कहते हैं।
बेटियों की खातिर अपनी गर्दन कटवाने की
सबने देखा है कि दो मुकदमे लगने पर किस तरह बिलख बिलख रो रहे थे और अब पीछे से वार कर रहे हैं। यह ठाकुरों का काम नहीं है,योगी जी ने कायर होने का परिचय दिया है। अपनी काली करतूत को इस काली स्याही के पीछे छिपाने का काम किया है। साबित हो चुका है कि वह दरिंदों के साथ हैं। क्षत्रियों की परंपरा रही है बेटियों की खातिर अपनी गर्दन कटवाने की।
दरिंदों और दुराचारियों के साथ खड़े होकर परंपरा को कलंकित मत करो।हम लोग आम आदमी पार्टी के सिपाही हैं, डरने वाले नहीं हैं। डराने का काम मत करो, हिम्मत है तो गोली चलवा दो, हत्या करवा दो, जेल भिजवा दो, मुकदमे लिखवा दो, लेकिन गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई अंतिम दम तक लड़ता रहूंगा।
सरकार दरिंदों के साथ खड़ी है, बलात्कारियों के साथ खड़ी है
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि जिसके परिवार और बेटी होती है वही दुख दर्द समझ सकता है।योगी जी के होता तो उनको समझ में आता। योगी जी आप नहीं समझ पाए लखीमपुर खीरी के बेटी का दर्द, जौनपुर के मडियाहू की बेटी का दर्द, बलरामपुर की बेटी का दर्द, भदोही के बेटी का दर्द, जो बलात्कार का शिकार हुई, गैंगरेप का शिकार हुई, जिनके शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया गया।उन्होंने कहा कि हाथरस की गुड़िया मरने के पहले अपना बयान देकर जाती है,दरिंदों का नाम बता कर जाती है। इसके बावजूद योगी का प्रशासन उनकी सरकार दरिंदों के साथ खड़ी है, बलात्कारियों के साथ खड़ी है।
11 दिन बाद आप एफएसएल का सैंपल लेते हैं। सारे डॉक्टर कह रहे हैं कि 11 दिन के बाद अगर एफएसएल का सैंपल लेंगे, तो उसका कोई मतलब नहीं है। डाईंग डिक्लेरेशन को सुप्रीम कोर्ट भी मानता है,लेकिन आप और आपकी सरकार उस बच्ची का बयान नहीं मानती। दुश्मन देश के भी शव वापस किए जाते हैं लेकिन आपने एक मां का दर्द नहीं सुना उसे बेटी का चेहरा देखने तक नहीं दिया।
आप सांसद ने मीडिया को हमलावर की प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और भाजपा के गिरिराज किशोर के साथ फोटो दिखाया। आरोप लगाया कि साजिश के तहत सरकार और प्रशासन ने यह कायराना हरकत कराई। योगी जी का इशारा होना चाहिए, खाकी वर्दी के लोग हत्या भी करवा सकते हैं।
बेटी का परिवार उस गांव में कैसे सुरक्षित रहेगा?
बेटी बचाओ और चौकीदार का नारा देने वाले कहां छुपे हो सामने आओ।उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान दर्द बांटने गई थी।वाल्मीकि समाज के हमारे विधायक अजय दत्त,राजेंद्र पाल गौतम जी सबने पुलिस पर भरोसा किया तो इनके ऊपर हमला किया गया। सवाल किया कि जब 10 मिनट के लिए मिलने गए हम सुरक्षित नहीं है तो बेटी का परिवार उस गांव में कैसे सुरक्षित रहेगा?
परिवार को तत्काल वाई श्रेणी सुरक्षा मिलनी चाहिए। केस दिल्ली या अन्य प्रदेश को स्थानांतरित किया जाना चाहिए और सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की मानिटरिंग में होनी चाहिए, अन्यथा न्याय मिलना संभव नहीं है।
परिवार का दुख दर्द और हाव भाव देख हमने महसूस किया कि परिवार किस तरह डरा सहमा है। प्रशासन ने केवल हम पांच लोगों को मिलने की इजाजत दी। हमें सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाया गया लेकिन वापस लौटे तो लगा कि दुनिया में किसी का भरोसा कर लेना लेकिन योगी की पुलिस और प्रशासन का भरोसा मत करना।पुलिस की मौजूदगी में हम पर हमला किया गया। लड़ाई न्याय की है चाहे हाथरस की गुड़िया हो चाहे अन्य जगहों की, हम लड़ते रहेंगे बेटियों को न्याय दिलाने के लिए और बलात्कारियों को फांसी की सजा तक पहुंचाने के लिए। चेतावनी दी कि दम है तो आइए, सामने से गोली चलाईए। हमने निर्भया के लिए संघर्ष किया जम्मू कठुआ की बच्ची के लिए संघर्ष किया, हमारी मांग है कि योगी जी इस्तीफा दे और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
हमलावर नहीं उल्टे कार्यकर्ताओं पर बरसाई लाठी
विधायक अजय दत्त ने कहा कि पुलिस ने पीड़ित परिवार के घर को छावनी बना रखा था। साजिश के तहत केवल 5 लोगों को पुलिस घर ले गई, परिवार से मिलकर वापस लौट रहे थे ,इस समय सुनियोजित तरीके से स्याही फेंक हमला कराया गया। जब लोग हमलावर को पकड़ लेते हैं तो पुलिस आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करती है। ऐसा ही रवैया पुलिस ने दिल्ली में मृतक बच्ची का शव का जबरिया संस्कार कराने के लिए भी किया था। मुझको मारा पीटा था।आखिर यूपी और दिल्ली में क्या चल रहा है? क्या कोई चुनी हुई व्यवस्था है ?जहां भी भाजपा की सरकार है, खासकर यूपी में कभी भी किसी के साथ हत्या लूट डकैती बलात्कार और हत्या की घटना हो सकती है।
यहां तो अपराध का विरोध करने पर एनएसए लगा दिया जाता है
दिल्ली सरकार के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि भाजपा बार बार 1975 की आपातकाल पर सवाल उठाती है।बार-बार उसकी चर्चा करती है लेकिन यही भाजपा की सरकार अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों, नीतियों का विरोध करने वालों को उसी तरह कुचलती है, पीटती है,फर्जी केस बनाए जाते हैं और रासका तक लगा दी जाती है।मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई पत्रकारों के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि उत्तर प्रदेश में इस केस में न्याय नहीं मिल सकता। सुप्रीम कोर्ट से अपील है कि इस केस का ट्रायल गैर भाजपा शासित प्रदेश में कराने का आदेश करें।
जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन डालकर गैर भाजपा शासित प्रदेश में कराने की मांग करेंगे। साथ ही उन्होंने योगी के इस्तीफे की मांग की। कहा कि प्रदेश में दलितों पर जुल्म हो रहा, पिछड़ों पर जुल्म हो रहा, महिलाओं पर जुल्म हो रहा है, ब्राह्मणों पर जुल्म हो रहा है। योगी से सरकार संभल नहीं रही है।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश सहप्रभारी नदीम जायसी, बिहार सहप्रभारी आशुतोष सेंगर, प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह, दिल्ली महिला आयोग की सदस्य सारिका चौधरी, महिला विंग अध्यक्षा नीलम यादव, छात्रविंग अध्यक्ष वंशराज दुबे, यूथ विंग प्रदेश अध्यक्ष फैसल वारसी, प्रदेश सचिव तुषार श्रीवास्तव, रुचि यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह मक्कड़, यूथ विंग जिला अध्यक्ष ललित वाल्मीकि, शहबाज खान, राजेन्द्र राजश्री साथ थे ।
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