आजमगढ़ : ब्लाक प्रमुख के चुनाव को लेकर सपा और भाजपा में एक तरफ जहां जंग छिड़ी हुई है वही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर फूलपुर के पूर्व सपा विधायक श्याम बहादुर यादव का आरोप था कि भाजपा विधायक अरुण कांत यादव ने खुलेआम वहां पर दबंगई की और सपा के प्रत्याशी को रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई।

आजमगढ़ में 1 दिन पूर्व ही पवई ब्लॉक पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव के पुत्र वरुण कांत यादव के पर्चा दाखिले के समय उनके भाई फूलपुर विधायक अरुण कांत यादव की तरफ से दबंगई का जबरदस्त आरोप सपा लगा रही है। समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर फूलपुर के पूर्व सपा विधायक श्याम बहादुर यादव का आरोप था कि भाजपा विधायक अरुण कांत यादव ने खुलेआम वहां पर दबंगई की और सपा के प्रत्याशी को रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। मारपीट की गई असलहा भी निकाल लिए गए। प्रत्याशी घायल हो गया।

किसी तरीके से प्रत्याशी व प्रस्तावक को बस में ले जाकर अंदर नामांकन के लिए घुसाया गया। प्रशासन व पुलिस पूरी तरीके से भाजपा के कब्जे में है। यह कतई निष्पक्ष चुनाव नहीं दिख रहा है। वहीं जब भाजपा विधायक व उनके लोगों पर गुंडई करने की तहरीर स्थानीय थाना पर दी गई तो पुलिस ने कोई नहीं कार्रवाई की। उल्टे सपा के ही प्रस्तावक के अपहरण का मुकदमा सपा के पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव पर ही लगा कर के मुकदमा दर्ज कर पूरी रात छापेमारी की गई।

हालांकि प्रस्तावक और अनुमोदक को पहले से ही इसका अनुमान लग गया था। इसलिए अभी इधर उधर हो गए थे। पुलिस पर पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव ने आरोप लगाया कि रात भर पुलिस प्रस्तावक के घर और अन्य स्थानों पर छापेमारी करती रही। उनके यहां भी पहुंची। पूरे जिले में यही स्थिति बनी हुई है। हर जगह पुलिस प्रशासन सपा के प्रत्याशियों व उनके प्रस्तावों का उत्पीड़न कर रहा है और बीडीसी सदस्यों को उठाया जा रहा है। ताकि वह भाजपा के पक्ष में मतदान कर सके।

मामले में सपा जिलाध्यक्ष ने भी पूरे जिले का ब्यौरा देते हुए बताया कि जगह-जगह से सूचना मिल रही है कि पुलिस कहीं पर प्रस्तावकों के घर गिराने की धमकी दे रही है कहीं प्रस्तावकों का घर नापा जा रहा है। लेखपालों को बुला करके खुलेआम गुंडई की जा रही है। कोई सुनवाई कहीं नहीं हो पा रही है। ऐसा चुनाव कभी नहीं हो सका था। वही पवई में सपा प्रत्याशी के प्रस्तावक राजनाथ यादव ने भी अपनी बात कही और अपनी आपबीती सुनाई। सपाइयों का कहना था कि भाजपा के वरुण कांत यादव पवई ब्लॉक से प्रत्याशी हैं और उनके पिता सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद रमाकांत यादव कुछ दिन पूर्व सपा में भी वरुण कांत को शामिल कराकर सपा से टिकट मांगे थे। लेकिन वह नहीं मिल सका तो भाजपा से वरुण कांत का टिकट लेकर वहां सपाइयों पर गुंडई की जा रही है।

वही अतरौलिया से सपा विधायक डॉक्टर संग्राम यादव का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बुरी हार के बाद भाजपा नेताओं के दबाव में ब्लाक प्रमुख के चुनाव में प्रशासन अराजकता फैला रहा है। उनका कहना है कि अतरौलिया ब्लॉक से सपा समर्थित उम्मीदवार चंद्रशेखर यादव को नामांकन वापस लेने के लिए प्रशासन दबाव बना रहा साथ ही उनके प्रस्तावक का घर गिराने की धमकी प्रशासन की ओर से दी जा रही है। सपा विधायक ने शासन को आगाह किया कि अतरौलिया ब्लॉक में 2010 में हिंसा हुई थी जिसमें उनके दो कार्यकर्ता की मौत हो गई थी इस बार प्रशासन ऐसे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें जिससे चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।

रिपोर्टर -अमन गुप्ता

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