विकास दूबे का कारनामा -सत्ता संरक्षण रसूख का ऐसा रुआब कि मोस्ट वांटेड की लिस्ट में नाम नहीं था….

विकास दूबे कारनामा -सत्ता संरक्षण रसूख का ऐसा रुआब कि मोस्ट वांटेड की लिस्ट में नाम नहीं था….

गैंगस्टर कभी गलियों से नहीं बनते।गैंगस्टर हमेशा राजनैतिक संरक्षण से पनपतेहै , खबर छन कर आने के बाद ये निकल कर आया कि विकास दूबे जैसा दुर्दांत गुन्डा अपने इसी राजनैतिक रसूख के चलते लोकल थाने में सिपाही,दरोगा पोस्ट करा रहा था।कई कप्तान तो उसे घर बुलाते थे।फिर आश्चर्य क्यों हो? अगर विकास दुबे का नाम वांटेड लिस्ट से गायब कर दिया गया हो।

70 से ज्यादा केस दर्ज होने के बाद भी घोषित नहीं हुआ था मोस्ट वांटेड

थाने के अंदर घुसकर मंत्री की हत्या का आरोप, ज़मीन के विवाद में एक प्रिंसीपल के मर्डर का आरोप. छोटे-बड़े अपराधों के करीब 70 केस. 8 पुलिस वालों की हत्या का ताजा मामला. 3 जुलाई को इनाम 25 हज़ार रुपये से बढ़ाकर 50 हज़ार रुपये कर दिया गया. फिर भी सफलता ना मिलने पर बीती रात 50 हजार इनाम राशि को बढ़ा कर एक लाख कर दिया गया है। कई बार जेल जाने के मामले भी दर्ज हैं. बावजूद इसके पुलिस की नज़र इस बात पर नहीं गई कि विकास दुबे को यूपी के मोस्ट वांटेड अपराधी की लिस्ट में शामिल किया जाए. आरोप तो यह भी है कि विकास दुबे एके-47 लेकर घूमता है.

उत्तर प्रदेश का मोस्ट वॉन्टेड बन चुके विकास दुबे का अभी तक प्रदेश के टॉप 25 अपराधियों की लिस्ट में नाम ही नहीं था। अब 75 जिलों की पुलिस उसकी तलाश कर रही है। कल यूपी सरकार ने जो 25 अपराधियों की लिस्ट जारी की उसमे विकास दूबे का नाम ही नहीं था , फिर रातो रात विकास दूबे पर इनाम की राशि बढ़ाई गयी। एक ही रात में यूपी का मोस्ट वॉन्टेड बन गया विकास दुबे , अब विकास दूबे के सिर पर 1 लाख का इनाम है। पुलिस के सामने उसे पकड़ने में सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि विकास भेष बदलने में माहिर है।

जिस विकास दुबे को आज यूपी की पूरी पुलिस मिलकर तलाश रही है वह कभी यूपी के टॉप-25 अपराधियों की सूची में ही नहीं रहा। आज स्थिति यह है कि पूरे 75 जिलों की पुलिस विकास दुबे की तलाश में लगी हुई है। यूपी एसटीएफ समय-समय पर प्रदेश के कुख्यात अपराधियों की फेहरिस्त जारी करती है। इसमें उनकी गतिविधियों और वह वर्तमान में जेल में हैं या बाहर इसका जिक्र होता है। हाल ही में एसटीएफ ने ऐसी ही 25 अपराधियों की सूची जारी की थी जिसमें विकास दुबे का नाम नहीं है।

अपराध की दुनिया में तीन दशक तक वर्चस्व कायम रखने वाले शातिर विकास को पकड़ने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जानकारों का कहना है कि विकास मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है। ऐसे में यदि वह बिना मोबाइल कहीं चला गया तो उसे पकड़ना आसान नहीं होगा। दूसरी आशंका उसके भेष बदलने की है।

विकास दूबे के लिए नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट
विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए नोएडा से लेकर नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट कर दिया गया है। यूपी पुलिस और एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। विकास के परिवार के लोगों समेत करीब 500 करीबियों के मोबाइल फोन पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखे हैं। उसके करीबी पुलिसकर्मियों की भी निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही विकास के ऊपर इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है।

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