वास्तुशास्त्र: पढ़ाई करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान, वरना…
वास्तुशास्त्र का मनुष्य के जीवन में बेहद विशेष महत्व होता है। वास्तु के नियमों को ध्यान में रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वास्तु के पांच तत्वों-अग्नि, आकाश, वायु, जल और पृथ्वी के बीच संतुलन बनाये रखना बेहद जरूरी होता है।
वास्तुशास्त्र (Vastu Shastra) का मनुष्य के जीवन में बेहद विशेष महत्व होता है। वास्तु के नियमों को ध्यान में रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वास्तु के पांच तत्वों-अग्नि, आकाश, वायु, जल और पृथ्वी के बीच संतुलन बनाये रखना बेहद जरूरी होता है।
वास्तु से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और इसी से शांति का वातावरण बना रहता है। वास्तु के नियमों को ध्यान में रखने से मनुष्य के किसी कार्य में रुकावट नहीं आती है।
ये भी पढ़ें-बाँदा: महामारी से लाशों में तब्दील होता शहर
आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। क्या आपको पता है वास्तुशास्त्र (Vastu Shastra) पढ़ाई में भी मददगार होता है। जी हां कहते है कि सही दिशा में बैठ कर अध्ययन करने से परिणाम जल्दी और अच्छा मिलता है।
आपको बता दें कि सामान्य वास्तु नियम के मुताबिक अगर पढ़ते वक्त चेहरा पूर्व दिशा की ओर है तो इससे विषय को समझने में बेहद आसानी होती है।
ऐसा माना जाता है कि जिस भी दिशा में हम पढ़ते है वो भाग जितना अधिक खुला हो उतना बेहतर होता है। अपने घर के पश्चिम दिशा में पढ़ाई वाला कमरा और टेबल की व्यवस्था करना उचित माना जाता है। कई लोगों की आदत होती है कि वो पढ़ते- पढ़ते दिवाल की या किसी चीज की टेक ले लेते है पर ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। हमें पढ़ाई करते समय भूलकर भी दीवार से सटकर नहीं बैठना चाहिए।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :