अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह ने इंसाफ के लिए महिला आयोग से लगाई गुहार, केंद्रीय मंत्री पर लगाए हैं गंभीर आरोप

अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह ने अमेठी सांसद स्मृति ईरानी और उनके निजी सचिव विजय गुप्ता के खिलाफ दर्ज कराए गए केस की किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराए जाने को लेकर महिला आयोग को पत्र लिखा है.

अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह (vartika singh) ने अमेठी सांसद स्मृति ईरानी और उनके निजी सचिव विजय गुप्ता के खिलाफ दर्ज कराए गए केस की किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराए जाने को लेकर महिला आयोग को पत्र लिखा है. वर्तिका सिंह ने पत्र में लिखा है कि, अमेठी में उनके द्वारा स्मृति ईरानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे की किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराई जाए इसके साथ ही स्मृति ईरानी को उनके संवैधानिक पद से हटाया जाए जिससे जांच में किसी तरह की हस्तक्षेप न होने पाए. शूटर वर्तिका सिंह ने आयोग से गुहार लगाई है कि, उनकी सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाए जाएं क्योंकि उनकी जान को खतरा है. वहीं वर्तिका सिंह की तरफ से पत्र मिलने के बाद महिला आयोग ने भरोसा दिलाया है कि, न्याय के लिए उनकी हर संभव मदद की जाएगी.

क्या है मामला ?

बता दें कि, प्रतापगढ़ की रहने वालीं इंटरनेशनल शूटर वर्तिका सिंह ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उनके निजी सचिव विजय गुप्ता पर केंद्रीय महिला आयोग का सदस्य बनाने के नाम पर 25 लाख रुपये की डिमांड करने का आरोप लगाया था. वर्तिका सिंह (vartika singh) का कहना है कि, सांसद स्मृति ईरानी के इशारे पर उनके निजी सचिव विजय गुप्ता ने केंद्रीय महिला आयोग के सदस्य पद का फर्जी लेटर जारी किया और कहा कि, इस पद के लिए वैसे तो 1 करोड़ रुपये लिए जाते हैं. लेकिन उनकी(वर्तिका सिंह) की प्रोफाइल अच्छी होने की वजह से सिर्फ 25 लाख रुपये देने होंगे. वर्तिका सिंह का कहना है कि, ईरानी के करीबी ने न सिर्फ 25 लाख रुपये की डिमांड की बल्कि सोशल साइट के जरिए उनसे लूज-टॉक भी की. जिसका उन्होंने विरोध करते हुए इस भ्रष्टाचार को सबके सामने लाने की चेतावनी भी दी थी.

2 जनवरी को कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई

वर्तिका सिंह की तरफ से भ्रष्टाचार को उजागर करने की बात सुनकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उनके निजी सचिव बौखला गए और उन्होंने अमेठी के मुसाफिरखाना थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज करा दिया. वहीं जब सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने इंसाफ के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट की शरण ली और कोर्ट से कहा कि, इस मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई जाए. वर्तिका सिंह (vartika singh) ने कोर्ट में पद का फर्जी लेटर जारी करने समेत सभी सबूतों को पेश किया था. मामले की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश पीके जयंत ने 2 जनवरी की तारीख मुकर्रर की है.

20 नवंबर को स्मृति ईरानी से की थी मुलाकात

वर्तिका सिंह (vartika singh) ने महिला आयोग को लिखे पत्र में कहा है कि, उन्होंने इस मामले को लेकर 20 नवंबर 2020 को दिल्ली में सांसद स्मृति ईरानी से आवास पर मुलाकात की. इस दौरान मैंने उन्हें मामले से संबंधित पत्रों को दिखाया जिसके बाद स्मृति ईरानी ने कहा कि, तुम मुझसे पैसे ले लो, जिसपर मैंने कहा कि, जब मैंने कोई पैसा दिया नहीं है तो वापस कैसे ले सकती हूं. ये सुनकर स्मृति ईरानी ने तीनों पत्रों की एक-एक प्रतियां ले ली और बीमारी का बहाना बनाते हुए मुझे इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए चले जाने के लिए कहा.

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