बरेली : दो अक्टूबर से शुरू होगा आला हज़रत फाजिले बरेलवी का उर्स, विश्व प्रसिद्ध दरगाह है

कोविड गाइडलाइन के नियमो को देखते हुए उर्स में जायदा भीड़ न होने दे की अपील, प्रोग्रामों का लाइव ऑडियो प्रसारण भी किया जाएगा

विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत पर इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का 3 रोज़ा 103 वां उर्स का आगाज़ 2 अक्टूबर को परचम कुसाई के साथ होगा। दरगाह की तरफ से सोशल मीडिया पर पहले ही पोस्टर जारी कर दिए गए हैं। इस बार भी पहले कि तरह कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए उर्स मनाया जाएगा।

बरेली उलमाओ ने उर्स की तयारीयां शुरू कर दी है 2अक्टूबर को शाम को परचम कुशाई की रस्म आज़म नगर से शुरू हो कर परचम दरगाह आला हजरत पर पहुंचेगा। वहां से दरगाह प्रमुख परचम के साथ उर्स स्थल इस्लामिया ग्राउंड पर पहुचेंगे जिसके बाद हुज्जातुल इस्लाम के कुल शरीफ़ की रस्म अदा होगी व आल इंडिया नातिया मुशायरा होगा।

तीन अक्टूबर को जिलानी मियां, रेहाने मिल्लत व मुफ्ती आज़म के कुल की रस्म अदा की जाएगी। चार अक्टूबर को देश भर से आए तमाम खानकाहों के सज्जादा नशीन व उलेमा तकरीर करेंगे इन सभी प्रोग्रामों का लाइव ऑडियो प्रसारण भी किया जाएगा जिससे लोग अपने अपने घरों से भी उर्स के प्रोग्राम सुन सकेंगे।

दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया दरगाह आला हजरत पर हर साल उर्स के मौके पर लाखो की तादाद में देश विदेश से जायरीन उर्स में शामिल होने आया करते हैं |

लेकिन कोरोनावायरस के चलते दरगाह प्रमुख हजरत सुब्हानी मियां ने आला हज़रत को मानने चाहने वालों से अपील की है के कोविड गाइडलाइन के नियमो को देखते हुए उर्स में जायदा भीड़ न होने दे और अपने अपने घरों में ही कुल की रस्म अदा करें। उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान राजा खान व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन राजा खान(अहसन मियां ) और उर्स प्रभारी सय्यद आसिफ मियां की निगरानी में अदा की जाएंगी ।

रिपोर्टर : रहमान

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