यूपी : भाजपा ने जितना गावों के लिए किया किसी सरकार ने नहीं किया -मेनका गांधी

पूर्व सांसद श्रीमती गांधी ने शास्त्रीनगर स्थित अस्थाई आवास पर जनता दरबार लगाकर सैकड़ों लोगों की समस्याओं का निपटारा भी किया।

सुल्तानपुर :  पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी ने दौरे के तीसरे व अंतिम दिन जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री के पंचायती राज दिवस पर सीधा प्रसारण देखा व लंभुआ विधानसभा के आधे दर्जन से अधिक गांवों में चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद स्थापित किया।इसके पूर्व सांसद श्रीमती गांधी ने शास्त्रीनगर स्थित अस्थाई आवास पर जनता दरबार लगाकर सैकड़ों लोगों की समस्याओं का निपटारा भी किया।


बताते चलें कि रविवार को सांसद मेनका गांधी ने दौरे के तीसरे व अंतिम दिन शहर विधायक विनोद सिंह के साथ सुल्तानपुर के गुप्तारगंज कस्बे में ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर जम्मू कश्मीर से प्रसारित हो रहे प्रधानमंत्री के सीधे प्रसारण को देखा।इस मौके पर सांसद मेनका गांधी ने कहा कि भारतीय समाज का हृदय गांव में बसता है वहां खुशहाली लाना जरूरी है। उन्होंने कहा पंचायती राज व्यवस्था में गांवों को ताकतवर बनाया गया है।यहां पर पत्रकारों से बात करते हुए सांसद श्रीमती गांधी ने कहा विकास कार्यों के संचालन के लिए विकास की सबसे ऊपर की कड़ी प्रधानमंत्री की सबसे नीचे की कड़ी ग्राम प्रधान से संवाद स्थापित होना एक सराहनीय कदम है।

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तो वहीं उन्होंने कहा की भाजपा सरकार ने जितना गांव के विकास के लिए किया इसके पहले किसी भी सरकारों ने नहीं किया। उन्होंने कहा पंचायती राज व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए हर सरपंच व प्रधान की ट्रेनिंग होनी चाहिए उनको अपना दायित्व मालूम होना चाहिए। अगर प्रधानों में कांफिडेंस आ जाए कि हम लोग पैसा खर्च करने के अलावा पुराने प्रधानों व सरपंचों की तरह छोटे-मोटे लड़ाई-झगड़ों ,गिले- शिकवों को गांव में ही बैठकर दूर कर सकते है।तो इससे निश्चित रूप से गांव में भाईचारा बढ़ेगा और गांव ताकतवर होंगे।श्रीमती गांधी ने कहा की आज प्रधानी के चुनाव में लड़ाई बड़ी तीखी और बहुत प्रखर होती है।

और इसमें हमेशा के लिए दुश्मनी बन जाती है। उनका कहना था कि अगर प्रधान अपने दायित्व को समझे तो गांव में खुशहाली लाने के साथ गाँव को सुंदर भी बना सकता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा अगर कृषि विज्ञान केंद्र अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए गांव-गांव में युवाओं को आधुनिक,वैज्ञानिक खेती का प्रशिक्षण देना शुरू कर दे और लोगों को गेहूं, धान व गन्ना की खेती के अलावा नगदी फसलों की के बारे में बताएं।इससे गांव आर्थिक रुप से मजबूत और सशक्त होगें। और युवा की दिलचस्पी भी गांव की तरफ बढ़ेगी। कृषि विज्ञान केंद्र के लोग कमरों में बैठकर काम करते हैं।उनको चारदीवारी से बाहर निकलकर गांव में जाकर युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा।

 साथ ही साथ श्रीमती गांधी ने इसके उपरांत लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सकरसी, बरसड़ा, खड़ुआन, खसड़े, गारापुर ,भटेरा समेत आधे दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में चौपाल के माध्यम से जन समस्याओं का निस्तारण भी किया।सांसद श्रीमती गांधी ने जन-चौपालों में अपने विकास कार्यो की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मैने अपने राजनीतिक जीवन में जाति-धर्म से ऊपर उठकर लोगों की मुसीबतों में मदद करने का कार्य किया है।और कहा मैं चाहती हूं कि गांव में लड़ाई- झगड़े कम हो। उन्होंने बताया की मैंने दिशा बैठक में गांव के जमीनी विवाद को निपटाने के लिए लेखपालों को 10:00 से 2:00 बजे तक गांव में बैठकर विवादों को निपटाने का निर्णय किया है।यह निर्णय जल्द ही जमीनी स्तर पर लागू होगा।

सांसद मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने जानकारी दी कि सांसद श्रीमती गांधी ने आज जनता दरबार में दूरदराज से आए हुए सैकड़ों लोगों की समस्याओं का निपटारा किया।श्रीमती गांधी 3:30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेस होते हुए दिल्ली के लिए रवाना हो गई। रविवार को सांसद श्रीमती गांधी के साथ प्रतिनिधि रणजीत कुमार,विजय त्रिपाठी, विजय सिंह रघुवंशी, श्याम बहादुर पांडे, राजेश पांडे, सुजीत सिंह,जगदीश चौरसिया, रामप्यारे निषाद, प्रशांत द्विवेदी, अनिल तिवारी, प्रवीण सिंह संजय सरोज, कमलेश वर्मा, सत्य प्रकाश बरनवाल, राजेश सिंह,अनवर खान आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट  – सन्तोष पाण्डेय सुल्तानपुर

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