चुनाव 2022 : किसकी अयोध्या, बीजेपी को घर बचाना है तो सपा को परचम लहराना है
अयोध्या अब वो नहीं रही बल्कि इस चुनाव में राजनैतिक धर्म यात्रा की साक्षी बन चुकी है, यूपी चुनाव में ताल ठोंक रहे सभी दलों के नेता यहां आकार अपने को शुद्ध हिंदू साबित करने में लगे हैं। ताकि उनपर खास वर्ग का हितैषी होने का ठप्पा मिट सके। रामलला के दर्शन करने वालों में सिर्फ बीजेपी नहीं बल्कि सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सभी के नेता शामिल हैं।
अयोध्या : अयोध्या अब वो नहीं रही बल्कि इस चुनाव में राजनैतिक धर्म यात्रा की साक्षी बन चुकी है, यूपी चुनाव में ताल ठोंक रहे सभी दलों के नेता यहां आकार अपने को शुद्ध हिंदू साबित करने में लगे हैं। ताकि उनपर खास वर्ग का हितैषी होने का ठप्पा मिट सके। रामलला के दर्शन करने वालों में सिर्फ बीजेपी नहीं बल्कि सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सभी के नेता शामिल हैं। आज सभी दलों के लिए जरूरी लगने लगी है। आपको बात दें, भगवान श्रीराम जन्मभूमि का मंदिर बनना आरंभ हो चुका है, देश में बीजेपी को स्थापित करने वाली अयोध्या तब राजनीतिक तौर पर चर्चा में आई जब बीजेपी और संघ ने ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’, का नारा बुलंद किया था। अयोध्या ने बीजेपी को देर से ही सही लेकिन जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक स्थापित कर दिया है। अब बाकी के दलों में भी उम्मीद जाग गई है कि अयोध्या उनके लिए भी कुछ करिश्मा कर दिखाएगी।
पहले बात करते हैं नव्य अयोध्या भव्य अयोध्या की
जन्मभूमि पर निर्णय के बाद से अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, होटल, धर्मशाला और आश्रम बनाने के लिए जमीनें खरीदी जा रही हैं। हजारों करोड़ की योजनाएं नई अयोध्या को साकार करने में लगी है। अयोध्या रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों से सीधे रेल, सड़क और हवाई मार्ग से जोड़ने का काम तेजी से हो रहा है। राम जानकी मार्ग, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से लिंक रोड के जरिए अयोध्या को जोड़ यात्रा को आनंददायक बनाया जा रहा है। वहीं राम वन गमन मार्ग योजना से अयोध्या को मध्यप्रदेश से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है।
देश और प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचाती अयोध्या
देश में धर्मनिरपेक्षता के नारे की धार को कुंद कर हिंदुत्व को मजबूती से स्थापित करने वाली अयोध्या ने सभी को गले से लगाया और नाराज हुई तो धूल में मिल दिया। इस मंडल में आने वाली विधान सभा सीट का इतिहास देख आपको हमारी बात पर यकीन हो जाना है।
कांग्रेस की प्रचंड लहर पर जब देश सवार था उस समय निर्दलीयों, सोशलिस्टों, कम्युनिस्टों, जनसंघ को भी अयोध्या ने खाद पानी दिया। कह सकते हैं कि अयोध्या अपने ही मन की करती रही है, 2017 में पूरे प्रदेश में बह रही गेरुवा बयार अंबेडकरनगर में थम गई, विधानसभा की पांच सीटों में से 2 पर ही मुश्किल से कमल खिल सका था। लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल की हार को क्या ही कहा जा सकता है।
मंडल के 4 जिलों-बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर और अमेठी के लोग मंदिर निर्माण से खुश तो हैं लेकिन उनका मानना है कि यदि इसके साथ रोजगार सृजित हो तो आनंद दोगुना हो जाएगा। अमेठी में आर्डिनेंस फैक्टरी है। बाराबंकी में भी 1 फैक्टरी लग चुकी है। अंबेडकरनगर में सड़कें और पुल का निर्माण हो रहा है। ये सब सुनने में अच्छा तो लग रहा है लेकिन यहां रहने वालों के लिए ये ऊंट के मुह में जीरे से ज्यादा नई है।
मिलकर भी न मिल सका
अमेठी के सुरेश पासी। केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्मृति ईरानी है। जबकि पिछले विधान सभा चुनाव में मतदाता ने 25 सीटों में से 19 बीजेपी की झोली में डाल दी थी। अयोध्या की सभी सीटों पर बीजेपी जीती । बाराबंकी की 6 में 5 सीटों बीजेपी, 1 सपा, सुल्तानपुर की 5 सीटों में 4 बीजेपी, 1 सपा, अमेठी की 4 में 3 पर बीजेपी, 1 सपा जीती थी। अंबेडकरनगर की 5 सीटों में 3 पर बसपा और दो पर भाजपा जीती थी। बसपा विधायक रीतेश पांडेय के 2019 में अंबेडकरनगर लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण उपचुनाव हुए जिसमें सपा ने सीट जीत ली। बाराबंकी के जैदपुर से बीजेपी जीती, लेकिन विधायक उपेंद्र रावत के लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद उपचुनाव में सपा ने जीत हासिल की। कहने का अर्थ ये है कि इतने विधायक होने के बाद भी मंत्रिमंडल में सिर्फ एक मंत्री।
जानिए सीटों का हाल
अयोध्या 5 सीट
अयोध्या : वेद प्रकाश गुप्ता भाजपा विधायक।
समीकरण : ब्राह्मण 45 हजार, मुस्लिम 44 हजार, अनुसूचित जातियां 43 हजार, वैश्य 42 हजार, यादव 36 हजार, चौहान 33 हजार, निषाद 24 हजार।
बीकापुर : शोभा सिंह चौहान भाजपा विधायक।
समीकरण : मुस्लिम 55 हजार, ब्राह्मण 48 हजार, पासी 45 हजार, यादव 38 हजार, क्षत्रिय 31 हजार, कुर्मी 28 हजार, कोरी 27 हजार।
रुदौली : रामचंद्र यादव भाजपा विधायक।
जातिगत समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 83 हजार, मुस्लिम 60 हजार, यादव 48 हजार, लोध 26 हजार, ब्राह्मण 21 हजार, क्षत्रिय 17 हजार।
मिल्कीपुर (सु.) : गोरखनाथ बाबा भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 1 लाख, ब्राह्मण 60 हजार, यादव 55 हजार, मुस्लिम 30 हजार, क्षत्रिय 25 हजार, चौरसिया 18 हजार, वैश्य 12 हजार, पाल 7 हजार, मौर्य 5 हजार।
गोसाईंगंज : इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी भाजपा से जीते थे। विधानसभा सदस्यता समाप्त हो चुकी है।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 75 हजार, ब्राह्मण 65 हजार, वर्मा व निषाद 40-40 हजार, क्षत्रिय, यादव व मुस्लिम 25-25 हजार।
सुल्तानपुर 5 सीट
कादीपुर (सु.) : राजेश गौतम भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 89 हजार, ब्राह्मण 72 हजार, मुस्लिम 47 हजार, यादव 43 हजार, क्षत्रिय 39 हजार, कुर्मी 32 हजार।
लंभुआ : देवमणि द्विवेदी भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 80 हजार, ब्राह्मण 77 हजार, यादव 42 हजार, क्षत्रिय 41 हजार, मुस्लिम 38 हजार, कुर्मी 31 हजार।
सुल्तानपुर : सूर्यभान सिंह भाजपा विधायक।
जातिगत समीकरण : मुस्लिम करीब 82 हजार, अनुसूचित जातियां 65 हजार, ब्राह्मण 65 हजार, क्षत्रिय 40 हजार, यादव 34 हजार, कुर्मी 12 हजार।
इसौली : सपा से अबरार अहमद विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां 75 हजार, मुस्लिम 71 हजार, ब्राह्मण 68 हजार, क्षत्रिय 48 हजार, यादव 41 हजार, कुर्मी 10 हजार।
सुल्तानपुर सदर : सीताराम वर्मा भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 75 हजार, ब्राह्मण 68 हजार, मुस्लिम 45 हजार, कुर्मी 44 हजार, क्षत्रिय 35 हजार, यादव 32 हजार।
अंबेडकरनगर 5 सीट
अकबरपुर : राम अचल राजभर विधायक, वर्तमान में सपा में।
समीकरण : अनुसूचित जातियां 70 हजार, राजभर 48 हजार, कुर्मी 44 हजार, मुस्लिम 27 हजार, यादव 20 हजार, निषाद 17 हजार।
कटेहरी : लालजी वर्मा विधायक हैं। वर्तमान सपा में।
समीकरण : अनुसूचित जातियां 88 हजार, कुर्मी 44 हजार, ब्राह्मण 43 हजार, मुस्लिम 42 हजार, राजभर 32 हजार, यादव, 25 हजार।
टांडा : संजू देवी भाजपा विधायक।
समीकरण : मुस्लिम 86 हजार,अनुसूचित जातियां 79 हजार, कुर्मी 42 हजार, राजभर 24 हजार, यादव 20 हजार, वैश्य व निषाद 16-16 हजार।
आलापुर (सु.) : अनीता कमल भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 87 हजार, यादव 70 हजार, मुस्लिम 39 हजार, निषाद 31 हजार, ब्राह्मण 25 हजार, क्षत्रिय 20 हजार।
जलालपुर : सुभाष राय सपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 95 हजार, मुस्लिम 47 हजार, ब्राह्मण 45 हजार, यादव 40 हजार, राजभर 38 हजार, कुर्मी 30 हजार।
अमेठी 4 सीट
अमेठी : गरिमा सिंह भाजपा विधायक।
जातिगत समीकरण : ब्राह्मण करीब 75 हजार, अनुसूचित जातियां 65 हजार, क्षत्रिय 60 हजार, यादव 30 हजार व अन्य पिछड़ा वर्ग 65 हजार, मुस्लिम 25 हजार, वैश्य 15 हजार।
गौरीगंज : राकेश प्रताप सिंह सपा विधायक।
समीकरण : ब्राह्मण करीब 65 हजार, अनुसूचित जातियां 56 हजार, क्षत्रिय व मुस्लिम 55-55 हजार, यादव 17 हजार व अन्य पिछड़ा वर्ग 62 हजार, मुस्लिम 55 हजार।
तिलोई : मयंकेश्वर शरण सिंह भाजपा विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 72 हजार, मुस्लिम 70 हजार, ब्राह्मण 52 हजार, क्षत्रिय 42 हजार, यादव 12 हजार व अन्य पिछड़ा वर्ग 42 हजार, वैश्य 22 हजार, लोध 25 हजार।
जगदीशपुर(सु.) : राज्यमंत्री सुरेश पासी विधायक।
समीकरण : अनुसूचित जातियां करीब 94 हजार, मुस्लिम 69 हजार, ब्राह्मण करीब 42 हजार, क्षत्रिय 38 हजार, ओबीसी 54 हजार।
बाराबंकी 6 सीट
बाराबंकी सदर : धर्मराज यादव उर्फ सुरेश यादव सपा विधायक।
समीकरण : यादव करीब 75 हजार, मुस्लिम व कुर्मी 60-60 हजार, रावत 55 हजार, गौतम 35 हजार, सवर्ण 40 हजार।
जैदपुर (सु.) : गौरव रावत सपा विधायक।
समीकरण : कुर्मी करीब 71 हजार, मुस्लिम व रावत 70-70 हजार, यादव 55 हजार, गौतम 40 हजार, अन्य पिछड़ा वर्ग 35 हजार।
रामनगर : शरद अवस्थी भाजपा विधायक।
समीकरण : मुस्लिम करीब 60 हजार, ब्राह्मण व रावत 48-48 हजार, कुर्मी, यादव 40-40 हजार, गौतम 37 हजार, क्षत्रिय 18 हजार।
दरियाबाद : सतीश शर्मा भाजपा विधायक।
समीकरण : रावत 70 हजार, मुस्लिम 60 हजार, ब्राह्मण 45 हजार, कुर्मी 35 हजार, गौतम 30 हजार, क्षत्रिय, यादव, लोध 25-25 हजार।
कुर्सी : साकेंद्र वर्मा भाजपा विधायक।
समीकरण : कुर्मी करीब 70 हजार, रावत 65 हजार, मुस्लिम 60 हजार, यादव 50 हजार, गौतम 45 हजार, ब्राह्मण 40 हजार।
हैदरगढ़ (सु.) : बैजनाथ रावत भाजपा विधायक।
जातिगत समीकरण : रावत करीब 86 हजार, कुर्मी 60 हजार, यादव 45 हजार, ब्राह्मण 35 हजार, गौतम 33 हजार, क्षत्रिय 20 हजार।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :