यूपी :यूरिया की मांग बढ़ते ही शुरु हुई कालाबजारी, 200 रुपया तक ज्यादा दाम में बिक रही यूरिया
किसान खाद लेने गया तो सरकारी रेट ₹266.50 है तो दुकानदार ने 400 रूपये मांग किया किसान देने से मना किया तो बात बिगड़ गई और मामला थाने जा पहुंची।
महराजगंज : जिले के निचलौल क्षेत्र में अन्नदाता कहे जाने वाले किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है शहर के इफ्को केंद्र पर यूरिया नहीं मिलने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ फसल की बिजाई दूसरी तरफ मंडी में फसल की बिक्री नही होने से किसानों को हताश कर दिया क्षेत्र में डीएपी खाद की कालाबाजारी के बाद अब यूरिया खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई है। यूरिया खाद की किल्लत के चलते निजी दुकानदार मनमानी दर से चुपके से खाद की बिक्री कर रहे हैं और संबंधित विभाग मूकदर्शक बनकर बैठे हुए हैं। क्षेत्र में यूरिया खाद को लेकर जबरदस्त मारामारी मची हुई है किसान प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तयकर सारे काम-धाम छोड़कर भूखे प्यासे दिन भर खाद के सेंटरों पर आते है और निराश होकर लौट शाम को अपने घर चले जाते हैं।
कालाबाजारी में दुकानदार किसानों को बेच रहा यूरिया
यूरिया खाद के लिए दुकानदारों के चक्कर काटने को विवश है किल्लत के चलते फसलों को खाद नहीं दे पा रहे हैं लेकिन क्षेत्र में यूरिया नहीं रहने से बाजार में यूरिया कमी है। यूरिया की कमी का फायदा उठाते हुए दुकानदार किसानों से अधिक दाम वसूल रहे हैं बाजार में यूरिया की कमी है। कई दुकानदार यूरिया खाद की कीमत दो सौ रुपये प्रति बोरी बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं ऐसा ही एक ताजा मामला निचलौल क्षेत्र के परागपुर रोड पर दुकान सुरेश खाद भंडार पर एक किसान खाद लेने गया तो सरकारी रेट ₹266.50 है तो दुकानदार ने 400 रूपये मांग किया किसान देने से मना किया तो बात बिगड़ गई और मामला थाने जा पहुंची।
अधिकारी ने लाइसेंस निलंबन करने की कही बात
इसकी सूचना निचलौल थाना प्रभारी रामाज्ञा सिंह को मिलते ही पुलिस बल के साथ खाद-बीज विक्रेता की दुकान पर पहुंचे और किसानों को समझाइश देकर कार्रवाई की बात कही और दुकानदार सुरेश को बैठा लिए और छोड़ दिए इस संबंध उप जिला अधिकारी सत्य प्रकाश मिश्रा से बात किया गया तो उन्होंने जिला कृषि अधिकारी से बात करने के लिए कहा सबसे बड़ा सवाल यह है जब एक उप जिला अधिकारी ही अपने कर्तव्य से पल्ला झाड़ देगें तो कैसे किसान का भला होगा और इस संबंध में जब जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार से फोन पर बात किया गया तो उन्होंने लाइसेंस निलंबन करने की बात कही आगे कार्रवाई करने की भी बात कही फिलहाल लाइसेंस निलंबन हो गया है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुआ।
रिपोर्ट-अशफाक खान महराजगंज
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