यूपी : अजान के 5 वक्त होगा हनुमान चालीसा का पाठ !

मंदिरों में सुबह से ही वैदिक पाठ किया जाता था और पूजा-पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाता था, दबाव के कारण इन सभी चीजों को बंद कर दिया गया था।

वाराणसी :महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा के पाठ करने जैसा मामला अब धर्म की नगरी काशी तक पहुंच गया है। वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की ओर से अजान के दौरान छतों से हनुमान चालीसा का पाठ जोर-शोर से बजने लगा है. वाराणसी के साकेत नगर इलाके में आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने अपने घर से इसकी शुरुआत की है. उन्होंने बताया है कि अज़ान के हर समय इस तरह लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा बजायी जाएगी. सुधीर सिंह के अनुसार, “हमारा उद्देश्य हिंदू-मुस्लिम सद्भाव को खराब करना नहीं है, लेकिन इस सद्भाव को बनाए रखने का अनुबंध केवल हिंदुओं ने नहीं लिया है।

सुधीर सिंह ने कहा कि काशी के मंदिरों में सुबह से ही वैदिक पाठ किया जाता था और पूजा-पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाता था, दबाव के कारण इन सभी चीजों को बंद कर दिया गया था। सुधीर सिंह ने कहा कि इसके पीछे की अदालत ने लाउडस्पीकरों को अपने से हटा दिया गया , जिसमें ध्वनि प्रदूषण को कारण बताया गया था। हमने अपने मंदिरों से लाउडस्पीकर तो हटा दिया लेकिन मस्जिदों पर लाउडस्पीकर इसी तरह लगते रहे, सुबह साढ़े चार बजे से अजान की आवाज आने लगती है.सुधीर सिंह ने आगे कहा कि हमने तय कर लिया है कि जब अजान की आवाज आ रही है तो क्यों न हम अपने मंदिरों से लाउडस्पीकर पर वैदिक मंत्रों और हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं। इस वजह से हमने अज़ान शुरू होते ही लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर दिया।

सुधीर सिंह ने कहा कि आजान की आवाज़ को लेकर पहले भी आपत्ति दर्ज कराई गई है कि अज़ान धीमा करिए, ताकि उसकी आवाज से हमें तकलीफ ना होने पाए. उन्होंने बताया कि अभी चार से पांच बार वह हनुमान चालीसा का पाठ लाउडस्पीकर पर कर रहे हैं, लेकिन नियम से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय ही हनुमान चालीसा का पाठ होता है, इसलिए आगे जाकर इन्हीं दो समय पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।

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