यूपी : एक ही गांव से उठी 5 अर्थियां, सड़क दुघर्टना में गई थी सभी की जान
गांव के लोगो को कब्र खोदने के लिए कहा़, रात करीब 11 बजे शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू हुई और रात 12 बजे के आसपास सभी शव दफनाए गए।
सुल्तानपुर : शहर से लगभग आठ, दस किलोमीटर की दूरी पर बसा हैं,नकराही गांव। यहां शुक्रवार रात दलित बस्ती में एक ही खानदान से पांच अर्थियां उठी। जिस समय शव यात्रा निकली तो सभी की आंखें नम हो गईं। रात करीब 11 बजे गांव के ही गोमती नदी किनारे स्थित कब्रिस्तान में सभी शवों को मिट्टी में दफन किया गया। बताते चलें कि पूरा मामला शुक्रवार को कोतवाली देहात के नकराही गांव निवासी राजेंद्र की बुजुर्ग बुआ जानकी देवी की मौत हो गई। सूचना पर एक ई-रिक्शा से राजेंद्र के खानदान के 6 लोग गोसाईंगंज के हयातनगर के लिए उसी ई -रिक्शा से निकले थे।
अस्पताल पहुंचकर तोड़ दम
लेकिन इन लोगों को क्या पता था कि अगले ही पल कुछ दूर जाने के बाद यह लोग भी काल के गाल में समा जाएंगे और ये इनका इस ई – रिक्शा पर आखरी सफर होगा जैसे ही ई-रिक्शा ओदरा गांव के पास स्थित सन इंटरनेशनल स्कूल के पास पहुंचा तो वहीं दूसरी दिशा से आए एक ट्रेलर ने ई-रिक्शे में जोरदार टक्कर मार दी, टक्कर इतनी भयानक थी कि इस भीषण टक्कर में फूलकली (60) वर्ष पत्नी तेजई, राजेंद्र (45) वर्ष पुत्र झूरी, रघुवीर (55) वर्ष पुत्र बदलू व निर्मला (52) वर्ष पत्नी रघुवीर की मौके पर ही मौत हो गई। और इसके अलावा राम सुरेश ने जिला अस्पताल पहुंचकर दम तोड़ दिया।
शवों को लेकर गांव के लिए रवाना
तो वही राजेंद्र की पत्नी अमरावती व ई-रिक्शा चालक कमनगढ़ निवासी हरीश को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से डॉक्टरों ने लखनऊ ट्रॉमा सेंटर के लिए रिफर कर दिया,लेकीन रास्ते में हरीश ने भी जिंदगी का दामन छोड़ दिया और काल के गाल में समा गया, तो वहीं अमरावती का लखनऊ में इलाज जारी है।तो वहीं एक तरफ़ पांच लोगो की मौत के बाद गांव में मातम सा छा गया, साथ ही गांव के प्रधान प्रतिनिधि मोहम्मद असलम ने दर्जनों लोगो के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर और शवों को लेकर गांव के लिए रवाना हुए,रात करीब 9 बजे के आसपास शव पोस्टमार्टम हाउस से गांव पहुंचा तो मानो जैसे मातम सा छा गया। सभी शवों के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू की गई ! और उन्होंने गांव के लोगो को कब्र खोदने के लिए कहा़, रात करीब 11 बजे शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू हुई और रात 12 बजे के आसपास सभी शव दफनाए गए।
परिजनों के प्रति व्यक्त की गहरी संवेदना
वही पड़ोस के गांव कमनगढ़ निवासी चालक हरीश के शव को उसी कब्रिस्तान के पास मुखाग्नि दी गई। साथ ही साथ अवगत कराते चलें कि रघुवीर और उनकी पत्नी निर्मला देवी की एक साथ मौत से उनके तीन बच्चे अनाथ हो गये हैं। ” तो वही इस दुर्घटना पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ” ने ट्वीट कर दुर्घटना में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की” साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश भी दिए।
पीड़ित परिवार को दिलाया मदद का भरोसा
जिला अधिकारी रवीश गुप्ता व पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने अस्पताल पहुंचकर चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया।तो वहीं दूसरी तरफ क्षेत्राधिकारी लंभुआ सतीश चंद शुक्ला,प्रशासनिक अधिकारी एंव थाने की फोर्स मृतकों के घर तक पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को मदद का भरोसा दिलाया है। प्रधान प्रतिनिधि मोहम्मद असलम ने बताया कि SDM व CO आए थे हर संभव मदद करने का उन्होंने आश्वासन दिया है।
रिर्पोट- सन्तोष पाण्डेय सुलतानपुर
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