दुनिया का एक मात्र ऐसा होटल जहां रुक सकते है केवल दो लोग, जाने ऐसा क्यों ?

आज के समय में दुनिया में ऐसे लोगों की भरमार है जिन्हें नई-नई जगह जाना पसंद है। इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यटन से जुड़े लोग कुछ हटके करने का प्रयास करते है।

आज के समय में दुनिया में ऐसे लोगों की भरमार है जिन्हें नई-नई जगह जाना पसंद है। इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यटन से जुड़े लोग कुछ हटके करने का प्रयास करते है। खासकर के होटल व्यवसायी। ताकि जो पर्यटक उनके इलाके में घूमने आते है वो उनके होटल में में रुके ना कि किसी और होटल में। कभी-कभी लोग इतना ज्यादा हटके कर देते है कि फिर वो उनके लिए परेशानी का सबक बन जाता है।

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वही दूसरी तरफ कुछ लोग नया करने में कुछ ऐसा कारनामा कर जाते है कि फिर उनकी तारीफे दूर-दूर तक होती है। ऐसा ही कुछ जॉर्डन में रहने वाले मोहम्मद अल-मालाहिम ने कर दिखाया है। उनके एक छोटी सी कल्पना ने आज उन्हें लगभग पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया है। असल में मोहम्मद अल-मालाहिम दुनिया के सबसे छोटे होटल के मालिक बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

 

आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे बड़ा होटल किसी आलीशान या बड़ी सी बिल्डिंग में नहीं है। बल्कि एक छोटे से हाथी के आकार की एक छोटी कार में है। जी हाँ आपने सही पढ़ा है। जॉर्डन के रहने वाले मोहम्मद अल-मालाहिम के मुताबिक उनका ये उनका विंटेज वॉक्सवैगन बीटल होटल दुनिया में सबसे छोटा और अनोखा है। इन सब खूबियों की वजह से ये दुनिया के बाकि होटलों से अलग है।

एक बार में रुक सकते है केवल दो लोग

मोहम्मद अल-मालाहिम के इस विंटेज होटल में एक खामी भी है। वॉक्सवैगन बीटल में बने इस छोटे से होटल में एक बार में सिर्फ दो लोग ही रुक सकते है।वॉक्सवैगन बीटल में बना ये होटल कपल्स की पहली पसंद बन गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस अनोखे होटल में रुकने के लिए आपको पहले बुकिंग करवानी होगी और शायद यही वजह है कि यहां रुकने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।

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एक दिन का किराया चार हजार रुपये

मोहम्मद अल-मालाहिम के इस अनोखे होटल में रुकने के लिए आपको अपनी जेब थोड़ी सी ढीली करनी पड़ेगी क्योकि यहां एक दिन रुकने के लिए आपको करीब-करीब चार हजार रुपये यानी कि लगभग 56 डॉलर आपको देने होंगे। इस विंटेज वॉक्सवैगन बीटल होटल को आरामदायक बनाने के लिए इसे हैंडमेड एम्ब्राइडरी शीट और तकियों से सजाया गया है। इस होटल में ठहरने वाले लोगों को खाने की कोई दिक्क्त ना हो इसके लिए पास की ही एक गुफा में अल-मालाहिम स्थानीय पेय और नाश्ता भी परोसते हैं।

होटल के मालिक मोहम्मद अल-मालाहिम ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह हमेशा से एक ऐसे टूरिज्म प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते थे, जिसमें कम से कम जगह का इस्तेमाल हो और साथ ही वह प्रोजेक्ट पर्यटन के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ जाए। इतनी शौहरत मिलने के बाद ऐसा लग रहा है कि उन्होंने जो सपना देखा था वो उन्होंने पूरा किया।

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