लखनऊ : बिना स्थाईकरण, विनियमितीकरण के 29 चालकों को मिला ग्रेडपे 46 सौ रूपये प्रमुख सचिव बाल पुष्टाहार से जॉच की मांग

 बाल विकास पुष्टाहार विभाग में चालकों की जेष्ठता सूची में लेनदेन कर जमकर खेल किया गया।

लखनऊ। बाल विकास पुष्टाहार विभाग में चालकों की जेष्ठता सूची में लेनदेन कर जमकर खेल किया गया। वर्ष 2018 की जेष्ठता सूची में शािमल कुल 338 वाहन चालकों में 29 ऐसे वाहन चालकों को मानक के विपरीत बिना स्थाईकरण, विनियमितीकरण के जेष्ठता सूची में शामिल कर दिया गया।

जबकि विभागीय सेवा नियमावली के अनुसार उक्त 29 वाहन चालक जेष्ठता सूची में शामिल होने की पात्रता ही नही रखते थे। उत्तर प्रदेश सरकारी विभाग ड्राइवर सेवा नियमावली तृतीय संशोधन 8 मई 2013 के अनुसार पुन: संरचना के अन्तर्गत उच्च ग्रेड पे के पद पर समयोजन किए जाने का प्राविधान है इसका अनुपालन मार्च 2018 को जारी की गई 338 वाहन चालकों की जेष्ठता सूची में नही किया गया।

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धॉधली,भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस मामले की जॉच की मांग

सेवानिवृत्त वाहन चालक बाल विकास पुष्टाहार राम किशोर वर्मा ने मार्च 2018 को जारी बाल विकास पुष्टाहार विभाग के चालकों की 338 वाली जेष्ठता सूची में वित्तीय अनियमितता,धॉधली,भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस मामले की जॉच कराये जाने के लिए साक्ष्यों सही लिखित रूप में प्रत्यावेदन प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार को प्रेषित किया है।

20 वाहन चालकों के नाम गायब कर दिये गए

श्री वर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा जारी समायोजन के पश््चात ग्रेड वेतन 2800 के लिए जारी आदेश 4 जून 2018 में क्रम संख्या 01 से 38 तक के वाहन चालकों को 2800 ग्रेड पे में रखा गया। जबकि उक्त सूची के चार माह बाद ही जारी 01 एक सितम्बर 2018 को दूसरे आदेश के तह्त 71 वाहन चालकों को 4200 ग्रेड पे वेतन दिया गया लेकिन पूर्व में 2800 ग्रेड पे वेतनमान पाने वाले 129 वाहन चालकों की सूची में से सुनियोजित तरीके और षडय़ंत्र के तहत 20 वाहन चालकों के नाम गायब कर दिये गए।

अब मामला यही नही रूका बल्कि इसके आगे जेष्ठता सूची में गोलमाल करते हुए शिकायतकर्ता द्वारा पात्रता के आधार पर 4600 ग्रेड पे की मांग करने पर विभाग द्वारा गुमराह करते हुए शिकायतकर्ता को न्यायालय का हवाला दिया जा रहा है।

जबकि इसके विपरीत नियम विरूद्ध विभाग द्वारा 29 ऐसे वाहन चालक जिनकी नियुक्ति व स्थाईकरण का कोई लेखाजोखा विभाग के पास नही उनकों नियमों को दरकिनार का 4600 ग्रेड पे का लाभ दे दिया गया है। शिकायत कर्ता ने प्रमुख सचिव से विभाग में जेष्ठता सूची में धांधली और ग्रेड पे वितरण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जॉच की मांग की है।

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