RBI के इस पूर्व गवर्नर ने केन्द्र सरकार को किया सावधान? पढ़ें पूरी खबर

रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के पूर्व गवर्नर रह चुके रघुराम राजन ने को केन्द्र सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत आयात प्रतिस्थापन को बढ़ावा देने को लेकर । उन्होंने कहा कि देश में पहले भी इस तरह के प्रयास हुये हैं लेकिन ये सफल...

मुंबई: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के पूर्व गवर्नर रह चुके रघुराम राजन ने को केन्द्र सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत आयात प्रतिस्थापन को बढ़ावा देने को लेकर । उन्होंने कहा कि देश में पहले भी इस तरह के प्रयास हुये हैं लेकिन ये सफल नहीं हो पाये। राजन ने कहा, ‘‘यदि आत्मनिर्भर भारत पहल में इस बात पर जोर दिया गया है कि शुल्कों को लगाकर आयात का प्रतिस्थापन तैयार किया जायेगा, तो मेरा मानना है कि यह वह रास्ता है जिसे हम पहले भी अपना चुके हैं और यह असफल रहा है। मैं इस रास्ते पर आगे बढ़ने को लेकर सावधान करना चाहूंगा।’’

यह भी पढ़ें: RAW प्रमुख का नेपाल दौरा, अचानक क्यों पहुंचे सामंत गोयल?

राजन यहां भारतीय विद्या भवन के एसपी जैन इंस्टिट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एसपी जेआईएमआर) के सेंटर फार फाइनेंसियल स्टडीज द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के निर्यातकों को अपने निर्यात को सस्ता रखने के लिये आयात करने की जरूरत होती है ताकि उस आयातित माल का इस्तेमाल निर्यात में किया जा सके।

राजन ने कहा, ‘‘निर्यात के लिये आपको आयात करना होगा। ऊंचा शुल्क मत लगाइये बल्कि भारत में उत्पादन के लिये बेहतर परिवेश तैयार कीजिये।सरकार द्वारा लक्षित खर्च दीर्घकाल में फलदायी हो सकता है। मेरा मानना है कि समूचे खर्च पर नजर रखनी चाहिये और सावधान रहना चाहिये। यह खुली चेक बुक जारी करने का समय नहीं है।’’

यह भी पढ़ें: बिहार में नीतीश को लग सकता है बड़ा झटका, तेजस्वी के सर सजेगा ताज, पढ़ें ये सर्वे रिपोर्ट

पूर्व गवर्नर ने कहा कि वास्तविक समस्या की पहचान कर सुधारों को आगे बढ़ाना सही है। वहीं सरकार को आलोचकों, विपक्षी दलों के सुझाव को भी सुनना चाहिए। आप यदि उनमें अधिक सहमति बनायेंगे तो आपके सुधार अधिक प्रभावी ढंग से लागू हो सकेंगे। मैं यह नहीं कर रहा हूं कि मुद्दों पर लंबे समय तक चर्चा होते रहनी चाहिये लेकिन लोकतंत्र में यह महतवपूर्ण है कि आम सहमति बनाई जाये।’’

Related Articles

Back to top button