होलिका दहन की पूजा में जरूर शामिल करें ये चीजें, पूरी होगी मनोकामना

होली के त्यौहार के दिन पहले ही होलिका दहन किया जाता है। जिसके बाद ही होली खेली जाती है। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में होलिका दहन किया जाता है।

होली के त्यौहार के एक दिन पहले ही होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है। जिसके बाद ही होली खेली जाती है। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में होलिका दहन किया जाता है। हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन की राख को बेहद शुभ माना जाता है।

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मिली जानाकरी के मुताबिक अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह दोष हो तो उसे होलिका दहन (Holika Dahan) की राख को पानी में मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से सारे दोष दूर हो जाएंगे। होलिका दहन का त्योहार इस बार 28 मार्च को है और उसके अगले दिन होली का त्योहार मनाया जाएगा।

होली (Holi) का त्योहार रंगों का त्योहार है। रंगों के इस त्योहार की धूम पूरे देश में देखने को मिलती है। रंग, गुलाल, प्यार और भक्ति के इस त्योहार को मनाने की परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है। होली भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है।

होलिका दहन (Holika Dahan) से पहले कुछ बातों का ध्यान बेहद रखना जरूरी है। पुराणों के मुताबिक होली की पूजा करने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आपको बता दें कि इस बार होलिका दहन (Holika Dahan) का मुहूर्त शाम 6 बजकर कर 37 मिनट से लेकर रात में 8 बजकर कर 56 मिनट तक का है।

होलिका दहन (Holika Dahan) की पूजा में एक लोटा गंगाजल, रोली, माला, फूल, गुड़, साबूत हल्दी, मूंग, बताशे, नारियल आदि चीजें इस्तेमाल की जाती हैं। जिसके बाद होलिका दहन की परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को लपेटने के बाद होलिका को शुद्ध जल अर्पित किया जाता है।

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