रात को सोते समय यदि आपको भी आते हैं खर्राटे तो इन्हें रोकने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खें
खर्राटों (Snoring) की आवाजें अक्सर सुनी होंगी या यह भी हो सकता है कि सोते समय आप भी खर्राटे लेते हों. कुछ लोग बहुत तेज आवाज में खर्राटे लेते हैं कि इसकी आवाज से नींद नहीं आती. आखिर खर्राटे आते क्यों हैं? दरअसल, इसके पीछे वजह है शरीर (Body) को ऑक्सीजन पहुंचाने वाले रास्तों का संकरा हो जाना.
इसमें गले का पिछला भाग भी संकरा हो जाता है और ऐसे में जब इन संकरे रास्तों से ऑक्सीजन शरीर तक पहुंचती है, तो इससे टिशू में कंपन होने लगता है और आवाज निकलने लगती है.
हल्दी
एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच शहद का मिला दीजिए। आपको ये मिश्रण रोजाना रात में सोने से पहले पीना हैं। ऐसा करने से आपको जल्द ही फर्क महसूस होने लगेगा।
लहसुन
लहसुन का इस्तेमाल खर्राटे आने का इलाज भी लहसुन की मदद से किया जा सकता है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम के लक्षण जैसे खर्राटों से निजात पाने के लिए लहसुन का उपयोग किया जा सकता है। खर्राटे का देसी इलाज करने के लिए रोजाना सोने से पहले या शाम को एक लहसुन की कली, घी में रोस्ट करके चबाई जा सकती है।
इलायची
इलायची, श्वसन तंत्र को खोलने का काम करती है। इससे सांस लेने की प्रक्रिया सुगम होती है। सोने से पहले इलायची के कुछ दानों को गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पीने से समस्या में राहत मिलेगी।
पुदीने का तेल
पुदीने में कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गले और नासाछिद्रों की सूजन को कम करने का काम करते हैं। इससे सांस लेना आसान हो जाता है। सोने से पहले पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर उससे गरारे कर लें। इस उपाय को कुछ दिन तक करते रहें।
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