कहानी यूपी की- यूपी में भी है खूबसूरत वाटरफॉल की दुनिया- उत्तर प्रदेश में लें झरनों के सौंदर्य का आनंद….

कहानी यूपी की- यूपी में भी है खूबसूरत वाटरफॉल की दुनिया- उत्तर प्रदेश में लें झरनों के सौंदर्य का आनंद….

पहाड़ों से होकर गुज़रने वाले झरने देखने में बहुत ही सुंदर लगते हैं। इनका कलकल बहता पानी मन को जैसे शांति और ठंडक दे जाता है। झरने देखकर ही मन को सुकून सा मिल जाता है। ऊंचे पर्वतों और बर्फ के ग्‍लेशियर से निकलकर समुद्र तक अपना रास्‍ता बनाने वाले झरने वाकई में बहुत खूबसूरत होते हैं।

भारत में ऐसे कई झरने हैं जिन्‍हें देखते ही प्रकृति की खूबसूरती का अहसास होता है। भारत के उत्तर प्रदेश राज्‍य में आपको ऐसे कई झरने मिल जाएंगे जो मन को शांति और सुकून देते हों। इलाहाबाद, अयोध्‍या और मथुरा आदि जैसी जगहें भारी संख्‍या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। रूमी दरवाज़ा और नेशनल बो‍टानिकलरिसर्चइंस्‍टीट्यूट के कारण भी उत्तर प्रदेश राज्‍य बहुत प्रसिद्ध है।

आज हम आपको इस वीडियो के जरिये उत्तर प्रदेश के खूबसूरत और शानदार झरनों के बारे में बताने जा रहे हैं। यूपी में होने पर इन झरनों के सफेद चमकदार पानी को देखकर निश्‍चित ही आपके मन को भी सुकून का अहसास होगा। एक बार इन्‍हेंदेखने के बाद आपका मन बार-बार यहां आने का करेगा।

तो चलिए जानते हैं उत्तर प्रदेश के इन शानदार और मन को सुकून देने वाले खूबसूरत झरनों के बारे में।

राजदारी और देवदारी झरना…

चंद्रप्रभा वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य के बीच बहता है राजदारी और देवदारी झरना। राजदारी झरने की ऊंचाई 65 मीटर है और ये यहां पर मौजूद अन्‍य झरनों में से सबसे विशाल माना जाता है। इस झरने के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर पर्यटकों का मन मंत्रमुग्‍ध हो जाता है और इसीलिए इस जगह को पिकनिकस्‍पॉट बना दिया गया है। पर्यटकों के लिए ये जगह वाकई में बहुत खूबसूरत है।

राजदारी झरने के नीचे की ओर एक और लोकप्रिय झरना बहता है जिसका नाम देवदारी झरना है। ये झरना 500 मीटर की दूरी पर बहता है। इन दोनों ही झरनों में पानी कुछ किलोमीटर दूर चंद्रप्रभा बांध से पहले आने वाले जलाशय से मिलता है। सर्दी और बारिश के महीनों में इस झरने के पास पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है। सितंबर से मार्च का समय यहां आने के लिए सबसे सही माना जाता है क्‍योंकि इस समय झरने का पानी और सौंदर्य अपने ऊफानपर रहता है।
वाराणसी से 70 किमी दूर वन्‍यजीवअभयारण्‍य के पास स्थित इन दो झरनों का सौंदर्य देखते ही बनता है।

लखनियाहिल्‍स और वॉटरफॉल्‍स…

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में अहरौरा के पास स्थित शानदार झरना आपका मन मोह लेगा। वाराणसी शहर की सड़कों पर पड़ने वाला ये झरना लोगों के दिल में बसता है। मॉनसून के मौसम में तो इसकी खूबसूरती दोगुनी हो जाती है। 150 मीटर की ऊंचाई से बहने वाला ये झरना अद्भुत लगता है।

इस झरने से आसपास के गांवों में खेतों में सिंचाई की जाती है। ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिए भी ये जगह एडवेंचर से भरी हुई है। चूंकि झरने का बहाव बहुत तेज होता है इसलिए यहां आने पर सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। आसपास खाने-पीने की कोई व्‍यवस्‍था नहीं है इसलिए अपने साथ ही खाने का सामान लेकर आएं। इस जगह पर विशाल पत्‍थर और घने जंगल हैं।

मुक्‍खा झरना…

ये शानदार झरना रोबर्ट्सगंज घोरावल मुक्‍खादारी रोड़ पर पड़ता है। मुक्‍खा झरना रोबर्ट्सगंज के पश्चिम में 55 किमी और शिवद्वार में 15 किमी दूर उत्तर प्रदेश के सोनभद्रा जिले में स्थित है। यह झरना देवी मंदिर के नज़दीक है और यहां आप बेलन नदी भी देख सकते हैं। मॉनसून के दौरान इस झरने की खूबसूरती दोगुनी हो जाती है।

तंडा झरना….

अगर आप रोज़मर्रा की भागदौड़ भरी और व्‍यस्‍त जिंदगी से कुछ समय का ब्रेक लेकर किसी शांतिमय और खूबसूरत जगह पर जाना चाहते हैं तो आपके लिए तंडा झरना सबसे बेहतर रहेगा। तंडा झरने के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर आपके मन को सुकून का अहसास होगा। दक्षिण में मिर्जापुर से 14 किमी दूर ये झरना बहता है। मॉनसून के मौसम में इस झरने के आसपास कई तरह की वनस्‍पतियां और जीव देखने को मिलते हैं। झरने के एक दम सामने तंडा बांध बना हुआ है। यहां बैठकर आप आराम से झरने और इसके आसपास के सौंदर्य को निहार सकते हैं।

विंढम झरना, या विंढम फॉल…

इस झरने का नाम ब्रिटिश संग्राहक विंढम के नाम पर पड़ा है। यह अत्‍यंत सुंदर झरना मिर्जापुर में स्थित है। वाराणसी से 90 किमी दूर स्थित विंधाम झरना आसपास के पर्यटकों के लिए पिकनिकस्‍पॉट से कम नहीं है। ये पूरी घाटी ही हरियाली से भरी हुई है। नीले रंग के आकाश के नीचे सफेद पानी का झरना और हरी-भरी घास का दृश्‍य मन को मंत्रमुग्‍ध कर देता है। इस जगह पर कुकआउट स्‍पॉट भी है। यहां भीड़ कम होती है लेकिन ये जगह सच में अद्भुत है।

चूनादरी झरना….

चूनादरी झरने का पानी 165 फीट की ऊंचाई से बहता है और ये जगह लखियाना दरी झरने के नज़दीक है। लेकिन इन दोनों झरनों के बीच का रास्‍ता आसान नहीं है। इस झरने का पानी लखियानी दरी में जाकर गिरता है। इस झरने की गहराई के बारे में बता पाना मुश्किल है। इस झरने की तलहटी में एक बड़ा सा पत्‍थर रखा है जो कि आकर्षण का केंद्र है।

उत्तर प्रदेश की ऐसी ही रोचक जानकारियों,इतिहास और रहस्य के लिए बने रहिए यूपी खबर पर… कल फिर हम एक नई कहानी के साथ हाज़िर होंगे…..

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