प्रयागराज: किसी भी वक्त खतरे के निशान को छू सकता है गंगा और यमुना नदी का जलस्तर, एनडीआरएफ इलाके में तैनात
राहत की बात ये है कि दोनों नदियां हाल के समय में खतरे के निशान से तकरीबन एक मीटर नीचे हैं। पर जानकारों के मुताबिक जिस हिसाब से नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है।
प्रदेश में भारी बारिश की वजह से संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों का जलस्तर बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। जिसकी वजह से निचले इलाको में गंगा और यमुना नदी का लगातार पानी घुस रहा है।
राहत की बात ये है कि दोनों नदियां हाल के समय में खतरे के निशान से तकरीबन एक मीटर नीचे हैं। पर जानकारों के मुताबिक जिस हिसाब से नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। उसको देखते हुए दोनों नदियां रविवार की सुबह तक खतरे के निशान को पार कर सकती है।
कछारी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
गंगा और यमुना नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर की वजह से प्रयागराज के कछारी इलाकों में बड़ी तेजी से बाढ़ का पानी घुस रहा है। तटवर्ती इलाकों के सैकड़ों मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई सड़कों और रास्तों पर पानी भर गया है। सबसे ज्यादा दिक्कत गंगा पार इलाके के बदरा और सोनौटी गांव जाने वाले लोगों को हो रही है। इस गांव में जाने का रास्ता बाढ़ के पानी में पूरी तरह डूब गया है. लोगों को अब नाव के सहारे गांवों तक जाना पड़ रहा है। लोग अपनी बाइक और साइकिलों को नावों पर रखकर आ जा रहे हैं।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ इलाके में तैनात
इलाक़े की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने वहां पे एहतियाती कदम उठाते हुए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ ही पुलिस व पीएसी के गोताखोरों को तैनात कर दिया है। यहीं नहीं सुरक्षित स्थानों पे 100 के करीब बाढ़ राहत चौकियां खोली गई हैं। कंट्रोल रूम स्थापित कर हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं।
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