दीपावली की अनोखी परंपरा यहाँ होती है सूअर और गाय की लड़ाई…
दीपावली की अनोखी परंपरा सूअर और गाय की लड़ाई।।
बुंदेलखंड में दीपावली के पर्व के दूसरे दिन एक अनोखी रीत मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है जिसमें गाय और सुअर की गांव वाले मिलकर लड़ाई करवाते हैं, और यह लड़ाई सूअर के मर जाने तक जारी रहती है कई घंटों की लड़ाई के बाद जब सूअर मर जाता है तो इस मेले को खत्म कर गांव वाले उत्साह मनाते है मान्यता है कि ऐसा करने से गांव में खुशहाली आती है,
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में आज भी एक ऐसी अनोखी परंपरा जिंदा है जिसे अंधविश्वास कहें या मान्यता लेकिन कई सदियों से यह सिलसिला चला आ रहा है ,गांव में सैकड़ों लोग एक मैदान में एकत्रित होकर गाय और सूअर की लड़ाई करवाते हैं और यह लड़ाई सुमर के मर जाने तक कराई जाती है, सूअर के मर जाने के बाद मैदान में एकत्रित लोग दिवारी नृत्य कर उत्साह मनाते हैं, गांव वालों की मान्यता है कि यह गाय और सुअर की लड़ाई बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है जो पूर्वजों से मनाया जाता रहा है,
गांव में कई सदियों से चली आ रही इस बुंदेलखंडी परंपरा में युवाओं सहित महिला, बच्चे और बूढ़े भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, परंपरा को पूरा कराने के दौरान सूअर और गाय की लड़ाई कराने वाले लोग कई बार चुटहेल भी हो जाते हैं, यह परंपरा किसी त्योहार की तरह प्रतिवर्ष दीपावली के दूसरे दिन मनाई जाती है
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