हाथरस : सरकार के प्रवक्ता को ही नही पता कहाँ का है मामला, रेप पीड़िता मामले पर सियासत हुई तेज़…
उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद (Hathras district )के चंदपा क्षेत्र के बुलगाड़ी में 14 सितंबर को बाल्मीकि समाज की एक 19 वर्षीया युवती के साथ दरिंदगी की गई थी। पीड़िता की मंगलवार सुबह इलाज के दौरान दिल्ली स्थित सफदरजंग असपताल में मौत हो गई।
मारपीट का मुकदमा एससी-एसटी एक्ट में दर्ज करवाया गया था:-
अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में पीड़िता पिछले एक हफ्ते से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थी और सोमवार को ही उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि 2001 में भी आरोपी संदीप और रवि ने पीड़िता के परिवार के साथ मारपीट की थी। एएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि इस मामले में पीड़िता के बाबा तरफ से मारपीट का मुकदमा एससी-एसटी एक्ट में दर्ज करवाया गया था। बाद में इस मामले में समझौता हो गया था।
मामले में कार्रवाई समाप्त हो चुकी थी:-
एएसपी प्रकाश कुमार दुर्भाग्यपूर्ण सूचना मिली है कि पीड़िता जिसे बेहतर इलाज के लिए सफदजंग अस्पताल में अद्मिता कराया गया था उसकी मौत हो गई है। इस मामले में चारों अभियुक्तों को पूर्व में ही गिरफ्तार की जा चुकी है। पहले इस मामले में आईपीसी की धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। बाद में इसमें 376डी की धारा जोड़ी गई। अब मौत के बाद इसमें 302 की धारा तमिल की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का पोस्टमार्टम दिल्ली में करवाया जा रहा है। एएसपी के मुताबिक आरोपी पक्ष और मृतका के बीच 2001 में भी एक मामला दर्ज हुआ था। उस मामले में कार्रवाई समाप्त हो चुकी थी।
सीएम योगी ने सांसद को दिए पीड़ित परिवार से मिलने के निर्देश:-
उधर मुख्यमंत्री ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए हाथरस सांसद राजवीर दिलेर से फोन पर बातचीत की और पीड़िता के परिजनों से मिलने का निर्देश दिया है। साथ ही अधिकारियों को भी पीड़ित परिवार की हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं।
ये है मामला:-
बता दें 14 सितंबर को युवती के साथ गांव के ही चार लोगों ने गैंगरेप किया और फिर जान से मारने की नियत से उसकी गला दबाकर हत्या की कोशिश की थी। गैंगरेप की शिकार हुई युवती के साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दी गई थी। उनका जीभ तक काट दी गई थी। गले के पीछे रीढ़ की हड्डी भी टूट गई थी। मामले में पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी उच्च विरादरी के हैं। अब पीड़िता की मौत के बाद उनके खिलाफ हत्या की धारा भी जोड़ दी जाएगी।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधा निशाना कहा : असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची-अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित युवती की मौत के बाद यूपी की सियासत गर्मा गई है। इस मामले में तमाम विपक्षी दल योगी सरकार पर हमला कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है।
हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आँखों से पु्ष्पांजलि!
आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 29, 2020
अखिलेश यादव ने मामले में योगी सरकार को घेरते हुए उसे असंवेदनशील बताया है। बता दें हाथरस के कोतवाली चंदपा क्षेत्र के बुलगाडी में पिछले दिनों गैंगरेप की शिकार दलित युवती की मंगलवार सुबह इलाज के दौरान दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। मामले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है “हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया। नम आंखों से पुष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची”
सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को याद ही नही की घटना किस जिले की:-
उत्तर प्रदेश में महिला अपराध इतना बढ़ा हुआ है कि सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को याद ही नही की घटना किस जिले की है होगा भी कैसे कोई जिला सुरक्षित बचा हो तब न आज सुबह दिल दहलादेन देने वाली जानकरी मिली कि बीते दिनों हाथरस में 19 वर्षीय बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था.
उसके बाद महिला की हालत काफी गंभीर थी उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जंहा आज सुबह इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री जो योगी सरकार के प्रवक्ता भी है इनको जिला तक नही याद की घटना किस जिले में हुई थी हाथरस की जगह हरदोई तो बता रहे है ऐसे में आप कयास लगा सकते है कि सरकार ने इस घटना की कितने गंभीरता से लिया था। ऐसे में अब विपक्ष ने भी इस लापरवाही पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने सिद्धार्थ नाथ सिंह को लिया आड़े हाथों कहा-
घटना का पता नहीं, कहाँ की है पर संवेदना के नाम पे घड़ियाली आंसू बहा देते हैं। कार्यवाही के नाम पे 10 लाख दिखाते हैं, दलितों पिछड़ों की बहन बेटियों की अस्मिता की ये क़ीमत लगाते हैं। जब पूरे सरकारी कुँए में ही भाँग पड़ी हो तो योगीजी के नेता मंत्री भी हाथरस को हरदोई बात देते हैं!
घटना का पता नहीं, कहाँ की है पर संवेदना के नाम पे घड़ियाली आंसू बहा देते हैं। कार्यवाही के नाम पे 10 लाख दिखाते हैं, दलितों पिछड़ों की बहन बेटियों की अस्मिता की ये क़ीमत लगाते हैं। जब पूरे सरकारी कुँए में ही भाँग पड़ी हो तो योगीजी के नेता मंत्री भी हाथरस को हरदोई बात देते हैं! pic.twitter.com/unPlXpf1wF
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 29, 2020
सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने हाथरस की बेटी की मौत पर सरकार को घेरा :-
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने:-
हाथरस गैंगरेप पीड़िता (Hathras gang-rape victim.)की मौत पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि इस बर्बरता को देख कर आज निर्भया भी आज शर्मशार हो गयी होगी। बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार में जंगल राज।
उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वो बीजेपी सरकार में थी। बीजेपी सरकार में लड़किया और उनके परिवार खौफ के साये में जी रही है कि घर से बाहर निकलने के बाद उनकी लड़की सही सलामत घर वापस
हाथरस गैंगरेप पीड़िता दलित युवती की सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान निधन ( Hathras gang rape victim Dalit girl’s death) की खबर अत्यंत दुःखद है। मेरी पूरी संवेदना पीड़िता के परिजनों के साथ है। यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है।
योगी जी दोषियों के ख़िलाफ़ जल्द सज़ा सुनिश्चित करें :-
पिछड़े, दलित वंचित वर्गों के साथ जुल्म और अन्याय बढ़ता जा रहा है। अब हिंदुओ के ठेकेदारों की आवाज़ मुह से नही निकलेगी क्योंकि यह दलित हिन्दू थी इस लिए सभी हिन्दू के ठेकेदार मौन धारण किये हुए है? यूपी सरकार एक विशेष वर्ग के हित में काम कर रही है। उसको आम जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है । योगी जी दोषियों के ख़िलाफ़ जल्द सज़ा सुनिश्चित करें ।
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की मौत पर दुःख व्यक्त किया है। मायावती ने ट्वीट करके कहा है कि यूपी के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की आज मौत की ख़बर अति दुखद है।
यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करें, यह बहुजन समाज पार्टी की यह मांग है।
हाथरस की बेटी के पोस्टमार्टम में किया गया कोई खेल ?
हाथरस कांड: मेडिकल रिपोर्ट में दावा- पीड़िता से नहीं हुआ था यौन शोषण, गला दबाने से टूटी थी रीढ़ की हड्डी
हाथरस कथित गैंगरेप मामले में मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें कहा गया है कि मृतका के साथ किसी भी प्रकार का यौन शोषण नहीं किया गया था। गला दबाने की वजह से उसके पीछे की रीढ़ की हड्डी टूटी थी।
हाथरस जनपद के चंदपा क्षेत्र के बुलगाड़ी में 14 सितंबर को बाल्मीकि समाज की एक 19 वर्षीया युवती के साथ दरिंदगी के बाद अब उसकी मौत से प्रदेश का सियासी पारा एक बार फिर गरमा गया है। योगी सरकार एक बार फिर महिला अपराध को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। इस बीच अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट ने मामले में नया मोड़ ला दिया है।
मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में कही गई ये बड़ी बात
इसी बीच पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि मृतका के साथ किसी भी प्रकार का यौन शोषण नहीं किया गया था। गला दबाने की वजह से उसके पीछे की रीढ़ की हड्डी टूटी थी। बता दें यह मेडिकल रिपोर्ट अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज का है। जहां पीड़िता का इलाज चला था। लेकिन सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एडमिट कराया गया था, जहां आज सुबह उसने दम तोड़ दिया। हालांकि अभी मृतका का पोस्टमार्टम दिल्ली में किया जा रहा है, जिसका भी इन्तजार पुलिस कर रही है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर,प्रशांत कुमार का बयान :-
हाथरस के चंदपा थाना में 14 सितंबर को पीड़िता के भाई ने कराई थी शिकायत दर्ज जिसमें पीड़िता के भाई ने खुद हस्ताक्षर करे। पुलिस ने मामला तुरंत 307 और एससी/एसटी एक्ट की समुचित धाराओं में दर्ज किया। मुकदमा दर्ज करने के तत्काल बाद ही पीड़िता को इलाज के लिए हॉस्पिटल भेज दिया गया.
हादसे के बाद 22 तारीख को जब सीओ ए,एम,यू ट्रामा सेंटर पीड़िता का बयान दर्ज कराने के लिए गए तब पीड़िता ने अपने साथ गैंगरेप की बात बताई और फिर FIR में 376D की धारा बढ़ाई गई.
घटना के मुख्य आरोपी संदीप को 20 को अन्य जो 3 आरोपी थे उनको 23, 25 और 26 सितंबर को गिरफ़्तार किया गया, इस तरह घटना में लिप्त सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पीड़िता के परिवार को 27 सितंबर को दी गई आर्थिक सहायता की आधी धनराशि के तहत 4,12,500 रुपए 22 सितंबर को पीड़िता ने पहली बार गैंगरेप की बात बताई गई.
इस पूरे मामले को फास्टट्रैक कोर्ट के लिए भेजा जाएगा और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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