आपके द्वारा की गई ये छोटी छोटी गलतियाँ आपकी मेंटल हेल्थ को कर सकती हैं कमज़ोर
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य ठीक होना भी बेहद जरूरी है. मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य ठीक होने से नहीं हो सकता है. इसके लिए, क्वालिटी ऑफ लाइफ अच्छी होने के लिए मेंटल हेल्थ यानि की मानसिक स्वास्थ्य का ठीक होना बेहद आवश्यक है. कोरोना महामारी में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ा है.
मेंटली फिट न होने की पहचान ?
- लंबे समय तक परेशान और उदास रहना.
- किसी एक इमोशन में रहकर, लो फील करना.
- होपलेस या कमजोरी महसूस करना.
- किसी एक्टिविटी में मन नहीं लगना.
- खाने-पीने में भी ध्यान नहीं रहना.
हमारे समाज में शारीरिक परेशानी को तो आसानी से समझ लिया जाता है. लेकिन आज भी लोग मानसिक परेशानी को समझ नहीं पाते. और डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति भी अपनी परेशानी बताने में संकोच करता है. क्योंकि उनके लगता है कि, लोग इसे मेंटल करार देंगे. इसलिए जरूरी है ऐसे लोगों से नॉर्मल बात कर समझा जाए और समझाया जाए.
मानसिक स्वास्थ्य पर डॉक्टर से बात करने से परेशानी का आसानी से समाधान हो सकता है. इसलिए डॉक्टर से इसबारे में कंसल्ट करें. ट्रीटमेंट से काफी मदद मिलती है. स्ट्रेस (तनाव) कब क्रोनिक स्ट्रेस में बदल जाता है. इसकी मरीज को जानकारी नहीं होती. लेकिन क्रोनिक स्ट्रेस ज्यादा परेशान करता है.
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