अफसरों ने खेल डाला खेल से खेल
लखनऊ : प्रदेश की सरकार भलेही जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हो, लेकिन उनके भ्रस्टाचारी अधिकारियों का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दाल निर्देशालय में खेल सामग्री खरीदने के नाम पर बड़ा गोलमाल सामने आया है जहाँ अफसरों के चहेती फर्म को आर्डर देने के लिए गुपचुप तरीके से टेंडर प्रक्रिया में हेर फेर कर दी,और उसी के आधार पर हंस रबर स्पोर्ट्स कंपनी को भी बाहर कर दिया गया, बता दें हंस रबर स्पोर्ट्स कंपनी वो कंपनी है जिसने 2017 में भारत में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप ( under 17) में खेल सामग्री आपूर्ति के लिए सम्मानित किया गया था।
चहेती फर्म को बाजार दर से दोगुने दाम से भी अधिक दाम पर करीब २५ करोड़ रुपए की खेल सामग्री खरीदने का आर्डर जारी कर दिया गया, अब इस मामले में कोई भी अधिकार अपना मुँह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
सरकार से जुडी बड़ी बातें
- निदेशालय ने 19 दिसंबर 2019 को टेंडर निकला तो उससे सिर्फ यूपी में सामग्री की आपूर्ति करने वाली शर्त को हटा दिया गया,पांच फर्मो को फाइनेंसियल बिड में पात्र मन गया , मगर चहेती फर्म के इशारो पर अधिकारियो ने टेक्निकल बिग की जांच करने का दोबारा आदेश दे दिया।
- जांच के आधार पर नॉएडा की कस्को इंडिया और मेरठ की खालसा एक्सपोर्ट को अपात्र कर दिया गया, जब की इन दोनों फर्मो का रेट पात्र घोषित करने वाली फर्म से काफी कम था।
- तीसरी बार 5 फरवरी को टेंडर जारी किया गया , इसका टेक्निकल बिड गात 14 फरवरी और फाइनेंसियल बिड 17 फरवरी को खेला गया.
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