बाहुबलियों के आर्थिक तंत्र पर वार : मुख्तार व अतीक के नेटवर्क से मुक्त कराई 350 करोड़ की संपत्ति

कानपुर में बिकरू कांड के बाद शासन ने अपराधियों के संगठित गिरोह के खिलाफ ऐसा अभियान छेड़ रखा है जो पूरे देश के लिए नजीर साबित हो रहा है। इसमें माफिया के अार्थिक नेटवर्क को तहस-नहस किया जा रहा है।

वाराणसी । कानपुर में बिकरू कांड ( Bikeru scandal in Kanpur)के बाद शासन ने अपराधियों के संगठित गिरोह के खिलाफ ऐसा अभियान छेड़ रखा है जो पूरे देश के लिए नजीर साबित हो रहा है। इसमें माफिया के आर्थिक  नेटवर्क को तहस-नहस किया जा रहा है। इस कड़ी में पंजाब के रूपनगर जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी व गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद निशाने पर हैं।

इनके नेटवर्क के कब्जे से करीब 350 करोड़ रुपये मूल्य की चल व अचल संपत्ति मुक्त कराई जा चुकी है। दर्जनों संपत्तियां कुर्क भी की गई हैैं और कई पर बुलडोजर भी चले हैं। एक सप्ताह में अतीक अहमद से लगभग 250 करोड़ की अचल संपत्ति मुक्त कराई जा चुकी है।

मऊ में सबसे अधिक कार्रवाई

90 दिनों से मुख्तार व उसके करीबियों, मददगारों के विरुद्ध मऊ से लखनऊ तक कार्रवाई का जो दौर शुरू हुआ तो गिरोह का लगभग 100 करोड़ रुपये का अार्थिक साम्राज्य तहस-नहस हो गया। अकेले मऊ में मुख्तार व उससे जुड़े आधा दर्जन लोगों की अपराध से अार्थिक 21.04 करोड़ संपत्तियों को पुलिस प्रशासन ने जब्त कर लिया। पठानटोला स्थित उसके गुर्गे का लगभग 40 लाख का अवैध स्लाटर हाउस बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। मुख्तार अंसारी की पत्नी और पत्नी के भाइयों के नाम रैनी गांव में बने एफसीआइ के गोदाम की चहारदीवारी के कब्जे से 22 लाख रुपये की सरकारी भूमि मुक्त कराई।

त्रिदेव कंस्ट्रक्शन के उमेश सिंह द्वारा संचालित भीटी का लगभग साढ़े छह करोड़ का सिटी मॉल जब्त कर लिया तो उससे होने वाली लगभग दो करोड़ रुपये की वाॢषक आय से भी हाथ धोना पड़ा। मछली माफिया पारसनाथ सोनकर की आठ करोड़ 17 लाख की संपत्ति व 16 लाख की मछली जब्त की गई। इसी तरह आजमगढ़ में मुख्तार के सहयोगी कुंटू सिंह की लगभग नौ करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई।

इसी जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सिकठी शाह मोहम्मदपुर गांव निवासी असगर शेख व लोहरा गांव निवासी अब्दुल हक के कब्जे से सरकारी भूमि को मुक्त कराया। जौनपुर में मछली माफिया रवींद्र निषाद की साढ़े सात करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई। विधायक के गृह जनपद गाजीपुर में भीम व राहुल सिंह के कब्जे से अंधऊ एयरपोर्ट की 36.50 करोड़ की सरकारी भूमि मुक्त कराई तो सहयोगियों एवं रिश्तेदारों की कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन के कब्जे से फतेउल्लाहपुर में दो करोड़ अस्सी लाख की भूमि छुड़ाई। गिरोह के मेहरुद्दीन उर्फ नन्हेंं खां द्वारा मंगई नदी पर बनवाए गए अवैध पुल को ध्वस्त कराते हुए जमीन व बोलेरो सीज करते हुए 53 लाख की संपत्ति जब्त हुई। वाराणसी में गिरोह के सलीम व गुरुचरण की करीब 40 लाख की संपत्ति जब्त हुई।

अतीक के रसूख पर चला बुल्डोजर

पूर्व सांसद अतीक अहमद की नौ संपत्तियों पर पांच से 22 सितंबर तक बुलडोजर चला। कई संपत्तियां कुर्क की गई हैैं। प्रयागराज के चकिया में 50 करोड़ का पुश्तैनी आशियाना ही नहीं उसका रसूख भी ढहा दिया गया। कर्बला में जिस दफ्तर के तीन हिस्सों को ढहाया गया, उसकी कीमत लगभग 12 करोड़ है। झूंसी के अंदावा में 10 हजार वर्गमीटर में फैला कोल्ड स्टोरेज करीब 30 करोड़ का है। यह अतीक की बीवी शाइस्ता के नाम था। लूकरगंज में 85 करोड़ के दो भूखंडों से कब्जा छीना गया।

सिविल लाइंस स्थित एमजी मार्ग पर ढहाया गया सात करोड़ का दो मंजिला व्यावसायिक भवन करीब 580 वर्गमीटर में था। नवाब युसुफ रोड पर नजूल भूमि पर बना 10 करोड़ का मकान भी ढहाया जा चुका है। इसी तरह करेली में गुर्गे असाद से चार करोड़ की 10 बीघा भूमि मुक्त कराई गई। चचेरे भाई हमजा के कब्जे से 10 करोड़ की जमीन मुक्त तो हाईकोर्ट के पास नजूल भूमि पर बना अतीक के साढ़ू इमरान का होटल व दफ्तर ढहाया गया। इसकी कीमत करीब आठ करोड़ है। कौशांबी जिले के हटवा गांव में अतीक के छोटे भाई अशरफ के साले जैद का 30 करोड़ का आशियाना भी ढहा दिया गया।

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