कानपुर : रहम की भीख मांगता रहा पिता लेकिन इंस्पेक्टर ने एक न सुनी, जमकर भांजी लाठियां हुआ लाइन हाजिर

सोशल मीडिया पर पुलिस की निर्दयता का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर एक युवक को पीट रहा है इंस्पेक्टर द्वारा पीटा जा रहा युवक एक हाथ में अपनी बच्ची को पकड़े है और दूसरे हाथ से खुद का बचाव कर रहा है।

कानपुर (Kanpur) : सोशल मीडिया पर पुलिस की निर्दयता का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर एक युवक को पीट रहा है इंस्पेक्टर द्वारा पीटा जा रहा युवक एक हाथ में अपनी बच्ची को पकड़े है और दूसरे हाथ से खुद का बचाव कर रहा है। दरअसल वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) देहात के अकबरपुर के जिला अस्पताल का है जहां ओपीडी बंद करके जिला अस्पताल के सैकड़ों कर्मचारी धरना प्रदर्शन पर बैठे थे।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जब रोकने का प्रयास किया तो एक कर्मचारी ने तो हद ही कर दी उसने पहले तो पुलिस के सिपाहियों के साथ अभद्रता की बाद में इंस्पेक्टर का अंगूठा ही चबा लिया। जिस पर आक्रोशित होकर पुलिस ने बल का प्रयोग किया तो प्रदर्शनकारी मौके से भागने लग गए तभी एक प्रदर्शनकारी अपनी बच्ची को उठाकर भाग रहा था तभी इंस्पेक्टर ने उस पर लाठियां भांज दीं।

क्या है पूरा मामला

कानपुर देहात में पुलिस की निर्दयता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अकबरपुर के इंस्पेक्टर वीके मिश्रा हाथ में एक बच्ची को उठाकर भाग रहे युवक पर जमकर लाठियां भांज रहे हैं दरअसल पूरा मामला कानपुर देहात के जिला अस्पताल का है जहां मेडिकल कॉलेज निर्माण के चलते सरकारी आवासों के आसपास गंदगी, जलभराव व वाहनों की आवाजाही से जर्जर हो रही सड़कों पर कर्मचारियों ने विरोध जताया है। जिला अस्पताल में हो रहे अवैध खनन से गुस्साए कर्मचारियों ने गुरुवार को ओपीडी बंद कर अस्पताल के गेट पर धरने पर बैठ गए।

इस दौरान मरीजों को ओपीडी से बाहर कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हड़ताल का नेत्रत्व कर रहे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रजनीश शुक्ला को अपने साथ ले जाने लगी। इस दौरान कर्मचारियों ने पुलिस से हाथापाई भी की। प्रदर्शनकर्मियों का नेतृत्व कर रहे रजनीश शुक्ला ने अकबरपुर इंस्पेक्टर वीके मिश्रा का अंगूठा चबा लिया। पुलिस ने बल का प्रयोग किया तो प्रदर्शनकारी भागने लगे। पुलिस ने रजनीश पर भी पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए थाने ले जाने के लिए गाड़ी में बैठा लिया तभी पास में खड़ा रजनीश का भाई बच्ची को हाथ में उठाकर पुलिस से बचने के लिए भागने लग गया। बल का प्रयोग करते हुए इंस्पेक्टर वीके मिश्रा ने उस पर लाठियां भांजी तभी इस पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया जो कि सोशल मीडिया के गलियारों में चर्चा का विषय बना है।

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वहीं इस पूरे प्रकरण पर केशव कुमार चौधरी ने बताया जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ला द्वारा डेढ़ सौ लोगों के साथ अराजकता फैलाते हुए अस्पताल की ओपीडी को बंद कर दिया गया और अस्पताल कर्मियों ने मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया था ऐसे में सीएमओ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व जिलाधिकारी महोदय को सूचना देते हुए पुलिस को भी सूचित किया गया मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा समझाने पर भी रजनीश शुक्ला व उसके साथी नहीं माने और उन्होंने चौकी इंचार्ज और उनके कुछ सिपाहियों को कमरे में बंद कर दिया अभद्रता करने का प्रयास करने लगे तभी थानाध्यक्ष पर्याप्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और रजनीश शुक्ला व उसके साथियों को समझाने का प्रयास करने लगे परंतु रजनीश शुक्ला और उग्र होते हुए थानाध्यक्ष पर हमला करते हुए उनका अंगूठा दांतों से काट लिया पूरे अस्पताल में अराजकता का माहौल बन गया था। मरीज व उनके परिजन परेशान हो गए थे ऐसी स्थिति में हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को हटाया गया था। और अस्पताल की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया गया था वीडियो में देख रहा व्यक्ति रजनीश शुक्ला का भाई है जो कि बच्चे को हाथ में लेकर भीड़ में जाकर लोगों को उकसाने का कार्य कर रहा था साथ ही मना करने पर अभद्र व्यवहार कर रहा था मौके से उसे हटाने के लिए पुलिस द्वारा न्यूनतम बल प्रयोग किया गया साथ ही बच्चे की सुरक्षा का भी प्रयास किया गया। रजनीश शुक्ला पर पूर्व में भी एसडीएम पर हमला करने का अपराध दर्ज है जो कि न्यायालय में विचाराधीन है। फिर भी पूरे प्रकरण की एडिशनल एसपी को दी गई है  रही है जांच की निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए इंस्पेक्टर वीके मिश्रा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया हैं।

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