लखनऊ : सबसे हॉट सीट पर नही किया उपचुनाव की तारीख का ऐलान, जाने क्यों
चुनाव आयोग ने यूपी की आठ सीटों में से सात सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। तीन नवंबर को वोट पड़ेंगे और दस नवंबर को वोटों की गिनती होगी।
चुनाव आयोग (Election Commission) ने यूपी की आठ सीटों में से सात सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। तीन नवंबर को वोट पड़ेंगे और दस नवंबर को वोटों की गिनती होगी। लेकिन लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि रामपुर की स्वार सीट पर उपचुनाव की घोषणा बाकी 7 सीटों के साथ क्यों नहीं की गई।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी…
आपके जानकारी के लिए बता दें कि जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें से सबसे हॉट सीट रामपुर की स्वार है, जहां से 2017 के विधानसभा चुनाव में सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए थे। पिछले साल दिसंबर में फर्जी जन्मतिथि प्रमाण पत्र विवाद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी।
अभी तक रामपुर की स्वार सीट खाली चल रही है
सदस्यता रद्द किए जाने के बाद से लेकर अभी तक रामपुर की स्वार सीट खाली सीट खाली चल रही है। यूपी की जनता ही नहीं बल्कि स्वार सीट पर चुनाव लड़ने में अपनी ताकत लगाने वाले नेताओं को भी यह बात समझ में नहीं आ रही कि इस सीट पर चुनाव की घोषणा क्यों नहीं हो पाई।
इस मामले में अभी आधिकारिक बयान सामने नहीं आ पाया है, लेकिन राजनीतिक दल कयास लगाने में जुटे हैं। आजम खान के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज कराने वाले आकाश सक्सेना ने बताया कि कानूनी वजहों से ही चुनाव नहीं घोषित किया जा सका होगा। बतादें कि अब्दुल्ला आजम को लेकर हाईकोर्ट ने जो फैसला दिया था उस फैसले को अब्दुल्ला आजम ने सुप्रीम कोर्ट कोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में उनकी याचिका पर सुनवाई का क्या स्टेटस है यह भी मालूम नहीं है। आकाश सक्सेना स्वार सीट से बीजेपी से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
विधानसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजी है
रामपुर की स्वार सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए गए हैदर अली खान उर्फ हम्ज़ा मियां ने अंदेशा जताया कि विधानसभा सचिवालय की तरफ से राष्ट्रपति को जो चिट्ठी भेजी गई है, उसकी वजह से चुनाव में देरी संभव हो सकती है। अब्दुल्ला आजम को 6 साल के लिए चुनाव से डिबार करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजी है जिस पर अभी फैसला आना बाकी है।
चुनाव में जुटे राजनीतिक दलों को उम्मीद है कि जल्द ही चुनाव घोषित होगा। दूसरी तरफ रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि उपचुनाव के लिए जिला प्रशासन की तैयारी पूरी है। चुनाव आयोग जिस भी डेट पर चुनाव कराना चाहता है उसमें कोई बाधा नहीं है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :