प्रतापगढ़ : आरक्षी आशुतोष यादव की आत्महत्या है या हत्या ?????
परिजनों को दी गयी है सूचना, वीडियोग्राफी में होगा पोस्टमार्टम, अन्य कारणों का लगाया जाएगा पता : एसपी
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के लालगंज कोतवाली के बैरक में आरक्षी आशुतोष यादव (constable Ashutosh Yadav )का संदिग्ध परिस्थितियों (suspicious circumstances) में गोली लगा शव तीसरी मंजिल की सीढ़ियों पर मिला। घटना की सूचना पर एसपी अनुराग आर्य और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुच कर जांच में जुटे। घटना से पुलिस महकमे में मचा हड़कंप। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा ।मामला लालगंज कोतवाली के बैरक का।
लालगंज कोतवाली के बैरक में उस समय हड़कंप मच गया जब कोतवाल का हमराही आशुतोष यादव का रक्त रंजिस शव बैरक की सीढ़ियों पर मिला आशुतोष खानपुर गाव गाजीपुर जनपद के रहने वाला था एसपी अनुराग आर्या की माने तो 17 सितंबर को अपने गाँव से छुट्टी से आया था लालगंज कोतवाल राकेश भारती के साथ इसकी डियुटी हमराही में लगी थी।
मामले में अनुराग आर्या एसपी प्रतापगढ़ ने कहा कि – सुने वीडियो
जिदकी वजह से इसको AK47 मिली हुई थी आज सुबह से ही आशुतोष गायब था फोन भी मिलाया गया तो नही मिला तो शाम को दोस्तो ने इसका शव बैरक में देखा तो हड़कंप मच गया मौके पर एसपी अनुराग आर्या और फोरेंसिक टीम जांच में जुट गई प्रथम दृष्टया ये आत्महत्या पुलिस ने बताया मौके पर A K47 भी मिली।
घर वालो के आने के बाद ही आत्महत्या की सही वजह सामने आ पायेगी
उसका एक खोखा भी मीका 18 राउंड भरी मैग्जीन मिली ।एसपी ने ये भी बताया कि जब से छुट्टी से आया था इसके दोस्तो ने बताया कि बहुत ही परेशान से दिख रहा था हालांकि इसके घर सूचना से दी गयी है । घर वालो के आने के बाद ही आत्महत्या की सही वजह सामने आ पायेगी।
हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझेगी
बड़ा सवाल यह उठता है कि पुलिस कोतवाली में बनी बैरक में गोली चलती हैं और किसी को पता भी नही चलता है उसको मजहज बंदर के पत्थर मारने की आवाज सुनाई देती है कोतवाल भी अपने हमराह को खोजने की कोशिश नही करता जो AK47 जैसा असलहा लेकर लापता है हालांकि घर वालो के आने के बाद ही हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझेगी ।
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