मंत्री स्वाति सिंह के विभाग में करोड़ो का हेरफेर, जानिये क्या है मामला

THE UP KHABAR 

swati singh : एक तरफ जहां भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम हैं वहीं दूसरी तरफ़ भारतीय जनता पार्टी की मंत्री स्वाति सिंह के विभाग में एक बड़े घोटाले का मामला सामने आया है जहाँ 38 करोड़ रुपए की हेरफ़ेर करि गई है,
मंत्री स्वाति सिंह के विभाग में भयंकर लूट मची हुई है, आप को बता दें  भाजपा की मंत्री के उनके जिम्मे ही पूर्व विभाग में भी भ्रष्टाचार की बहुत सी जांचे चलाई जा रही थी.

ये भी पढ़े : योगी सरकार के 3 वर्ष पूरे, CM योगी PC करके गिनायेंगे सरकार की उपलब्धियां

यह पूरा का पूरा ताजा मामला बाल विकास पुष्टाहार विभाग का है, जहां 38 करोड़ के टेंडर में हेरफेर का घोटाला सामने आया है, जिससे मंत्री स्वाती सिंह एक बार फिर से विवादों से घिर चुकी है, विवादों से स्वाती सिंह का बड़ा नाता रहा है जो की टूटने का नाम नहीं ले रहा है.

ये भी पढ़े : कोरोना वायरस के डर से भी नहीं बंद होगा अवध विश्वविद्यालय, वीसी ने जारी की एडवाइज़री

जानिए क्या है पूरा मामला

नई स्कूल नीति के अंतर्गत बाल विकास पुष्टाहार विभाग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी स्कूल में तब्दील कर रहा है. यह तब्दीली बेसिक शिक्षा विभाग के सहयोग से लाई जा रही है, नौनिहालों के लिए फर्नीचर की खरीद के लिए हर जनपद को 50 लाख का ग्रांट केंद्र सरकार ने दिया गया है, जिसकी मुख्यालय से मॉनिटरिंग की जा रही है.

पहले ही बिड में सभी कंपनियों डिसक्वालिफाई कर दिया गया था, हालांकि वर्षों से इस विभाग में जमे निदेशक शत्रुघ्न सिंह द्वारा बड़ा खेल देखने को मिल रहा है.

निजी कंपनी सुप्रीम फर्नीचर को टेंडर दिलाने के लिए सारी कंपनी को पहले ही बिड से कमिटी डिसक्वालिफाई कर 19 जनपदों में सिर्फ सुप्रीम फर्नीचर को ही टेंडर देती जा रही है

Related Articles

Back to top button