प्रेग्‍नेंसी में जरूर पढ़ें ये किताबें, गर्भ में शिशु को मिलेंगे अच्‍छे संस्‍कार

किसी भी महिला के लिए प्रेगनेंसी एक बेहद ही खूबसूरत पल है। हर माता-पिता अपने बच्‍चे को अच्‍छे गुण और सीख देना चाहते हैं।

किसी भी महिला के लिए प्रेगनेंसी एक बेहद ही खूबसूरत पल है। हर माता-पिता अपने बच्‍चे को अच्‍छे गुण और सीख देना चाहते हैं। गर्भ संस्‍कार के बारे में तो आपने सुना ही होगा। गर्भवती महिलाएं गर्भावस्‍था के दौरान ही अपने शिशु में अच्‍छे संस्‍कार डालने की कोशिश कर सकती हैं। इस काम में कुछ किताबें भी आपकी मदद कर सकती हैं।

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यहां हम आपको कुछ ऐसी किताबों के नाम बता रहे हैं जो शिशु के गर्भ संस्‍कार के लिए अच्‍छी होती हैं।

​भागवद् गीता- श्रीमद भगवत गीता उन उपदेशों का संग्रह है जो महाभारत के युद्ध के दौरान श्री कृष्ण के द्वारा अर्जुन को दिए गए थे। इस पुस्तक में मानव जीवन के संबंधों के बारे में विस्तार से बताने के साथ-साथ मानव जीवन के बारे में भी बताया गया है। भागवद् गीता पढ़ने से गर्भ में पल रहे शिशु के विकास और पालन-पोषण में मदद मिलती है। धार्मिक किताबों से बच्‍चों को पौराणिक कथा और ईश्‍वर के प्रति विश्‍वास बढ़ता है।

​रामायण- भागवद् गीता की तरह रामायण और हरिवंश पुराण जैसी पौराणिक किताबें भी गर्भ संस्‍कार के लिए अच्‍छी होती हैं। इन्‍हें पढ़ने से मानसिक स्थिति संतुलित रहती है और ईश्‍वर के बनाए गए मूल्‍यों का ज्ञान होता है। प्रेगनेंट महिलाएं रामायण या अपने धर्म के किसी भी ग्रंथ को पढ़कर अपने बच्‍चे में संस्‍कार डालने की शुरुआत कर सकती हैं।

प्रेग्‍नेंसी के दौरान भगवान गणेश की किताबें पढ़ना भी अच्‍छा रहता है। चक्र विज्ञान के भगवान गणेश ‘मूलाधार चक्र’ के स्‍वामी हैं जो कि स्‍पाइन के नीचे स्थित होता है और यह शिशु के जन्‍म से संबंधित अंगों की जरूरतों पर जोर देता है। इसलिए गणेश अथर्वशीर्ष पढ़ने से मानसिक रूप से मजबूती मिलती है और माना जाता है कि यह अंग मजबूत होते हैं।

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