अर्नब गोस्वामी पर दर्ज 101 एफआईआर के मामले में सुप्रीमकोर्ट ने कहा…
सुप्रीमकोर्ट में अर्नब गोस्वामी बनाम कांग्रेस सुनवाई हुई. अर्नब के लिए मुकुल रोहतगी पेश हुए. एफआईआर में महाराष्ट्र के लिए कपिल सिब्बल, छत्तीसगढ़ के लिए विवेक तनखा, राजस्थान के लिए मनीष सिंघवी समेत कुल 8 वकील जिरह के लिए मौजूद.
जज ने पूछा- एक नए मामले के लिए इतने वकील क्यों आए हैं?
मुकुल रोहतगी पालघर घटना के बारे में बता रहे हैं.
मुकुल रोहतगी- पुलिसवालों की मौजूदगी में हत्या हुई. अर्नब ने इस पर 45 मिनट का शो किया. कुछ चुभते हुए सवाल किए पूछा कि कांग्रेस अध्यक्ष अल्पसंख्यकों की हत्या पर बोलती हैं साधुओं की हत्या पर चुप हैं. जवाब में कई राज्यों में FIR करवा दी गई.
अर्नब गोस्वामी के वकील रोहतगी ने कांग्रेस नेताओं के ट्वीट का हवाला दिया. अर्नब और उनकी पत्नी पर हुए हमले का हवाला दिया. यह भी कहा कि सभी जगह दर्ज FIR की भाषा एक जैसी है. साफ है कि योजनाबद्ध तरीके से उन्हें परेशान किया जा रहा है.
सिर्फ एक को छोड़कर सभी एफआईआर पर स्टे ऑर्डर लगा रहे हैं- जस्टिस चंद्रचूड़
अर्नब के ऊपर हुई सभी FIR में किसी भी तरह की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल 2 हफ्ते की रोक लगाई. कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी को अपनी अर्ज़ी में संशोधन कर सभी FIR को एक साथ जोड़े जाने की प्रार्थना करने को कहा. कोर्ट ने कहा कि एक ही मामले की जांच कई जगह नहीं हो सकती.
“याचिकाकर्ता के खिलाफ महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना में 21 अप्रैल तक कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और याचिकाकर्ता ने सुरक्षा मांगी है”
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