अच्छी खबर: पुणे में वैक्सीन का ट्रायल शुरू, 17 लोगों को लगाई गई रूसी वैक्सीन

कोरोना महामारी से जूझ रही पूरी दुनिया को कोविड वैक्सीन का इंतजार है। इसी बीच कोरोना टीका बनाने को लेकर सारी कवायदों के बीच एक अच्छी खबर है।

कोरोना महामारी से जूझ रही पूरी दुनिया को कोविड वैक्सीन का इंतजार है। इसी बीच कोरोना टीका बनाने को लेकर सारी कवायदों के बीच एक अच्छी खबर है। दरअसल, भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन (Vaccine) स्पुतनिक-5  (Sputnik-5) के दूसरे चरण का ट्रायल (trial) शुरू हो गया है, जो कि पुणे के नोबल हॉस्पिटल में किया जा रहा है। पिछले तीन दिनों में 17 वॉलंटियर्स को Sputnik-V वैक्सीन की डोज दी गई है। इन सभी लोगों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। इसकी जानकारी रविवार को डॉक्टरों ने दी।

दुनिया में रजिस्टर्ड होने वाली पहली वैक्सीन

गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलोजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने मिलकर स्पुतनिक-5 वैक्सीन (Sputnik-5) को विकसित किया है, जो कि दुनिया में कोरोना वैक्सीन (vaccine) के रूप में रजिस्टर्ड होने वाली पहली वैक्सीन है।

राष्ट्रपति ने Sputnik-5 को बताया सुरक्षित

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने खुद Sputnik-5 वैक्सीन (vaccine) को सुरक्षित बताया है। साथ ही रूस की एक सरकारी कंपनी ने इस वैक्सीन को 92 फीसदी कारगर बताया है। खबरों के अनुसार, भारत ने रूस से इस टीके की 10 करोड़ खुराक खरीदी हैं।

ट्रायल में पूरी तरह से प्रोटोकॉल का पालन

हॉस्पिटल प्रशासन के मुताबिक, इस वैक्सीन के ट्रायल (Clinical trial) में पूरी तरह से प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। जिन लोगों को यह वैक्सीन लगाई गई है, उनकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
नोबल अस्पताल के ‘क्लिनिकल रिसर्च डिपार्टमेंट’ के प्रमुख डॉ. एसके राउत ने बताया कि मानव परीक्षण के तहत पिछले तीन दिनों में 17  वॉलंटियर्स को स्पुतनिक-5 (Sputnik-5) टीका लगाया गया है। यह प्रकिया गुरूवार को शुरू हुई थी।
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10 करोड़ टीके का ऑर्डर

खबरों के मुताबिक, भारत सरकार ने विभिन्न देशों को 1.6 अरब वैक्सीन का ऑर्डर दिया है। एक व्यक्ति को दो डोज के हिसाब से 80 करोड़ आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। भारत ने अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स से एक अरब, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी -एस्ट्राजेनेका से 50 करोड़ और रूस की Sputnik-5 वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक का ऑर्डर दिया है।

स्वदेशी वैक्सीन (vaccine) का भी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू

बता दें कि भारत में हैदराबाद के डॉक्टर रेड्डीज की लैब (Dr Reddy’s Laboratories) में इस वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है। इसी बीच भारत बायोटेक की ओर से तैयार की जा रही स्वदेशी वैक्सीन का भी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है।

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