मुंगेर घटना: देखते ही देखते कैसे ‘रॉबिनहुड’ से ‘जनरल डायर’ बन गई यह महिला आईपीएस, गिरी गाज 

...डिविजनल कमिश्नर असंगबा को सात दिन में इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।

बिहार। राज्य के मुंगेर जिले में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और उसमें एक व्यक्ति की मौत के बाद चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने एसपी लिपि सिंह व जिलाधिकारी राजेश मीणा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके साथ ही डिविजनल कमिश्नर असंगबा को सात दिन में इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।

 

एक की मौत छह घायल

स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस ने लोगों से पंडित दीनदयाल चौक के समीप तुरंत प्रतिमा विसर्जन के लिए कहा। जिसको लेकर पुलिस और लोगों में कहासुनी हो गई। इसके बाद गोलों चलने की आवाज सुनाई दी। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि छह लोग घायल हो गए थे। मृतक के परिवार ने पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया था।

डीएम में बताया

घटना की जानकारी देते हुए डीएम राजेश मीणा ने एक मीडिया समूह से बात करते हुए कहा था कि गोलियां पुलिस की तरफ से नहीं चलाई गई थी, बल्कि कुछ असामाजिक तत्वों ने गोली चलाई। जिसमें छह लोग घायल हुए हैं। जिसकी जांच की जा रही है। घटना के बाद से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं।

सुर्खियों में एसपी लिपि सिंह

चुनावों के बीच धार्मिक मामले को लेकर इस प्रकार ही हिंसा से जहां एक तरफ सरकार की किरकिरी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसको भंजाने में जुटा हुआ है। जहां घटना से लोगों में आक्रोश है। तो विपक्ष ने इसकी तुलना ‘जनरल डायर’ के आदेशों से कर डाली। बताते चलें कि एसपी लिपि सिंह निर्दलीय विधायक पर कार्रवाई करने एवं अपने सख्त रवैये के लिए जानी जाती थी। अब वह एक नए मामले को लेकर सुर्खियों में हैं।

रॉबिनहुड से जनरल डायर

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुंगेर घटना से पहले एसपी लिपि सिंह को लोग रॉबिनहुड के नाम से पुकारते थे। पदभार संभालते समय लोगों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया था। लेकिन देखते ही देखते एक पल में सब उलट हो गया। मुंगेर घटना के बाद लोग एसपी लिपि सिंह को जनरल डायर के नाम से पुकार रहे हैं।

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