कहीं पुलिस की बर्बरता दिखी तो कहीं पुलिस की दिखी दरियादिली

यूपी पुलिस का अक्सर विवादित चेहरा और कारनामें सामने देखने को मिलते रहते है, हाल ही में कानपुर के अकबरपुर थाने के लठमार थानेदार का कारनामें का वीडियो देखा ही होगा

इटावा- यूपी पुलिस का अक्सर विवादित चेहरा और कारनामें सामने देखने को मिलते रहते है, हाल ही में कानपुर के अकबरपुर थाने के लठमार थानेदार का कारनामें का वीडियो देखा ही होगा जिसमें गोद में बच्चा लिए धरना प्रदर्शन कर रहे एक पिता को बेरहमी से पीट रहे है थे थानेदार। हालांकि मीडिया में मामला आने के बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन आज हम बात इसी यूपी पुलिस की बेहरमी, बर्बरता, रिश्वतखोरी की नही बल्कि पुलिस अंकल की करेंगे जिसने पुलिस की कई बुरे कारनामों वाली छवि से इतर दिल जीत लेने वाला सराहनीय काम किया जिसने भी देखा सुना उसने पुलिस के इस कार्य के लिए बधाई दी और एक सैंकड़ा से अधिक बच्चों ने थैंक यू कहा।

आज हम बात कर रहे इटावा शहर के पॉश इलाके की सिविल लाइन थाना पुलिस की जिसमें तैनात थाना प्रभारी और उनके कर्मचारियों की जिन्होंने आज ऐसा कार्य किया जिससे दर्जनों परिवार इटावा पुलिस की जमकर सरहाना कर रहे हैं। आज दोपहर थाना प्रभारी मोहम्मद कामिल अपने हमराहियों के साथ टीवी अस्पताल स्तिथ कांशीराम आवासीय कॉलोनी में गश्त करने निकले थे अभी वहाँ खेल रहे बच्चों से बात करते हुए पढ़ाई लिखाई की जानकारी ले रहे थे तभी कॉलोनी के पास स्तिथ प्रदर्शनी मेले से साउंड की आवाजें अराही थी तभी कुछ बच्चों ने थाना प्रभारी मो० कामिल से प्रदर्शनी घूमने की इच्छा व्यक्त की जिसके बाद सिविल लाइन प्रभारी ने बच्चों के मां बाप से बच्चों को प्रदर्शनी ले जाने की बात कही तो उन लोगों इस पर सहमति जताई जिसके बाद पुलिस के द्वारा 1 सैंकड़ा से अधिक कांशीराम कॉलोनी में रह रहे गरीब बच्चों को अपने साथ लेजाकर प्रदर्शनी में झूला, सॉफ्टी, मौत के कुएं का खेल, चाट, मिस्ठान खिलवाई बच्चों ने काफी देर इटावा पुलिस के साथ प्रदर्शनी में घूम फिर कर खूब मजे किए और बच्चे इतने खुश थे कि प्रदर्शनी में ही नाचने लगे। जिस समय बच्चों को पुलिस अपने हाथों खिला पिला रही थी तभी प्रदर्शनी में आने जाने वाले लोगों को पुलिस के द्वारा इस तरह कार्य करते हुए देख इटावा पुलिस को बधाई दी।

वहीं कांशीराम कॉलोनी के रहने वाले महिला व पुरुष ने बढ़ती महंगाई में बच्चों को घुमाना तो दूर की बात है सही से पालना भी दूभर होगया है। वहीं महिला ने बताया कि हमारे कॉलोनी के पास ही लगती है प्रदर्शनी बच्चे जिद करते हैं । लेकिन इस महंगाई में बच्चों ले जाने का मतलब हजार से अधिक रुपयों का खर्चा जिस कारण हम बच्चों को एक भी बार प्रदर्शनी नही ले गए। आज सिविल लाइन थाना से पुलिस आयी थी बच्चों ने अपनी इच्छा जाहिर की तो वह कॉलोनी के सभी बच्चों को ले गए वापस आकर बच्चे बहुत खुश थे। पुलिस के इस काम के लिए उनको बधाई देते है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी मोहम्मद कामिल ने बताया आज कांशीराम कॉलोनी की तरफ जाना हुआ वहां बच्चो से बात चीत कर रहे थे तभी कुछ बच्चों ने नुमाईश दिखाने की इच्छा व्यक्त की प्रदर्शनी देखने की बात सुनकर हमने और हमारे हमराहियों ने मन बनाया और बच्चों के चहरे पर मुस्कान लाने के लिए कॉलोनी के सभी बच्चों को प्रदर्शनी लेकर आए और उनके साथ कुछ वक्त बिताया। बच्चों के चहरे पर खुशी देख कर अच्छा लगा।
प्रदर्शनी में पुलिस के साथ आई दो बच्ची फरहीन, और जोया ने पुलिस के इस कदम को सराहनीय बताते हुए बताया हम लोग कभी एक साथ इतने बच्चें नुमाईश घूमने कभी नही लेकिन आज सिविल लाइन थाना पुलिस अंकल हम लोगों यहां लाए जिसके लिए हम लोग सभी बच्चों की तरफ से शुक्रिया कहते है। आज सबके साथ घूमने में हम सबको बहुत मजा आया।

बाईट- फरीन

बाईट जोया

 

बाईट मो० कामिल थाना प्रभारी

बाईट- परिजन

 

रिपोर्ट- उवैश चौधरी, इटावा यूपी,

 

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