बड़ी खबर: केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर सिंघु बॉर्डर पर शुरू हुई किसानों की बैठक, इन मुद्दों पर होगी बात…

सरकार ने एक बार फिर से किसान संगठनों से बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा है, जिसको लेकर सिंघु बॉर्डर पर 40 किसान संगठनों की बैठक शुरू हो गई है.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का आज 28वां दिन है. किसान किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि, देश के किसान अपना आंदोलन तभी वापस लेंगे जब तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस लेगी. वहीं सरकार ने एक बार फिर से किसान संगठनों से बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा है, जिसको लेकर सिंघु बॉर्डर(singhu border) पर 40 किसान संगठनों की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक मं तय किया जाएगा कि, आगे की रणनीति क्या होगी और प्रस्ताव पर सरकार को क्या जवाब देना है.

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने जिस किसान को पोस्टर ब्वॉय की तरह पेश किया था और बताया था कि, ये खुशहाल किसान है. अब उसने भी सिंघु बॉर्डर(singhu border) पर किसानों के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. जिसके बाद पंजाब बीजेपी ने अपने फेसबुक पेज से उस पोस्टर को हटा दिया है.

बता दें कि, जिस हरप्रीत सिंह का पोस्टर जारी करके पंजाब बीजेपी ने खुशहाल किसान बताया था अब उसने भी कृषि कानूनों का विरोध शुरू कर दिया है. हरप्रीत सिंह सिंघु बॉर्डर(singhu border) पर किसानों के बीच पहुंचकर आंदोलन में शामिल हो गए हैं. हरप्रीत सिंह के पोस्टर को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है. वहीं हरप्रीत सिंह के किसान आंदोलन में पहुंचते ही पंजाब बीजेपी ने अपने फेसबुक पेज से हरप्रीत सिंह के खुशहाल पोस्टर को हटा दिया है.

यह भी पढे़ं: Shocking: उम्र 26 साल और पांच दिन में कर डाली दो शादियां, जब हुआ खुलासा तो दुल्हन के पैरों के नीचे से खिसक गयी जमीन

किसान आंदोलन में पहुंचे हरप्रीत सिंह ने बताया कि, जिस फोटो को बीजेपी ने पोस्टर में इस्तेमाल किया है वो कई साल पुरानी तस्वीर है. उनका कहना है कि, खुद उन्हें भी नहीं पता था कि, बीजेपी उनकी तस्वीर लगाकर पोस्टर जारी कर रही है. जबकि वो किसान आंदोलन में तीनों कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हरप्रीत सिंह ने कहा कि, नए कानून से कोई भी किसान खुश नहीं है.

पंजाब के होशियारपुर जिले के रहने वाले हरप्रीत सिंह ने कहा कि, सरकार भले ही ये कह रही है कि, कानून किसानों के हक में हैं लेकिन किसानों को इसकी हकीकत पता है इसलिए विरोध किया जा रहा है. ये नुकसान का सौदा है. इसलिए हम तभी पीछे हटेंगे जब सरकार तीनों कानूनों को वापस लेती है.

Related Articles

Back to top button