कौशाम्बी : बीमार गौवंश बन रहे है आवारा कुत्तों का निवाला, जिले के जिम्मेदार बेखबर

हाईकोर्ट भले ही गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने को सरकार से कह रही हो, लेकिन जनपद में गौवंशो की हालत बेहद खराब

देखरेख का अभाव

अफसरों की अनदेखी के चलते गौशालयो में रखे गए गौवंशो की हालत बद से बदतर हो गयी हैं। देखरेख के अभाव में शुक्रवार को दो गौवंशो की मौत हो गयी। जबकि दो गौवंश कमज़ोर होने के कारण ज़मीन पर गिर गए। जिन्हें अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने ही आवारा कुत्ते नोच रहे थे।

ज़िंदा होने का एहसास करा रही

कमज़ोर हो चुकी बेबस गौवंश अपनी आंख और कान हिला कर ज़िंदा होने का एहसास करा रही थी। हालांकि कैमरा पहुँचने पर आवारा कुत्ते को हटाया गया। थोड़ी देर बाद ही ज़मीन पर गिरे दोनों गौवंशो के पैर रस्सी से बांध कर उन्हें केयरटेकर बाहर फेकने जा रहे थे। लेकिन दोबारा कैमरा पहुँचने पर एक गौवंश को वही उसी हालत में छोड़ दिया गया।

गौशाला में गंदगी और कीचड़

दरअसल बारिश के बाद सिराथू तहसील के रामपुर धमावा गाँव मे बने गौशाला में गंदगी और कीचड़ के कारण अव्यवस्था फैल गयी है। एक टीन शेड के नीचे लगभग 66 गौवंश होने के चलते साड़ दूसरे गौवंशो पर हमलावर हो जाते हैं। उन्हें बुरी तरह से ज़ख्मी कर देते हैं। साथ ही भूसा भी सही समय से नही मिलता है। ऐसा नही की गौशाला में भूसा की कोई कमी हो लेकिन ग्राम विकास अधिकारी की लापहरवाही के चलते गौशाला की देखरेख करने वाला कोई नही है।

गौवंशो के लिये कब्रगाह

बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले गौशाला की देखरेख करने वाले बनवारी लाल की मौत हो गई है। उसके बाद आया केयरटेकर कभी -कभार ही गौशाला जाया करता हैं। जिसके कारण गौवंश कुपोषण का शिकार हो गए हैं। यही कारण हैं कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना गौवंश आश्रय स्थल अब गौवंशो के लिये कब्रगाह बनता जा रहा हैं।

एक गड्ढे में दो गौवंश के शव

भले ही हाईकोर्ट गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने को सरकार से कह रही हो, लेकिन जनपद में गौवंशो की हालत बेहद खराब हैं। बीमार गौवंशो को आवारा कुत्ते नोचते हैं। जिससे उनको ज़िन्दगी में ही दर्द से गुजरना पड़ता हैं। लेकिन मौत होने के बाद उन्हें सम्मान नही मिलता हैं। एक छोटे से गड्ढे में दो गौवंशो के शव को कैसे दफना दिया गया हैं।

कुत्ता नोचने की बात सिरे से खारिज़

पशु डॉक्टर एसके श्रीवास्तव ने बताया कि बारिश के कारण गौवंश भीग गए है | और दूसरे बड़े जनवरो ने इन्हें मार देते हैं। इसके कारण इनकी मौत हुई हैं। जब उनसे सवाल किया गया कि बिना पोस्टमार्टम के आप को कैसे पता चल गया कि इनकी मौत का क्या कारण है तो उन्हेंने कहा कि हम दो तीन दिन से यहां आ रहे हैं। गौवंश को कुत्ता नोचने की बात को डॉक्टर ने सिरे से खारिज़ कर दिया।

रिपोर्टर : ज़िया रिज़वी

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