केजीएमयू में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के लिए अलग वार्ड शुरू किया जाएगा
केजीएमयू अस्पताल में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी यूनिट का अलग से वार्ड शुरू होगा। इस वार्ड में करीब 12 बेड होंगे।
केजीएमयू अस्पताल में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी यूनिट का अलग से वार्ड शुरू होगा। इस वार्ड में करीब 12 बेड होंगे। इससे गंभीर मरीजों को इलाज मिलने की राह आसान होगी। यूनिट में मरीजों की भर्ती व डिस्चार्ज प्रक्रिया आसान होगी। अभी मरीजों को दूसरे विभागों में भर्ती किया जा रहा है।
नसों में रूकावट व ट्यूमर संबंधी बीमारी तेजी से बढ़ रही है। कई बार ट्यूमर या रुकावट ऐसे अंग में होती है जहां ऑपरेशन से इलाज संभव नहीं होता है। दवाएं भी मर्ज पर असर नहीं करती हैं। ऐसे में अस्पताल में इंटरवेशनल रेडियोलॉजी के माध्यम से मरीज को बीमारी से निजात दिलाई जा सकती है। इसमें तार व दूरबीन के माध्यम से ट्यूमर तक पहुंचकर उसे हटाया जाता है। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की अलग से ओपीडी संचालित की जाएगी
डॉ. नीरा कोहली के मुताबिक स्ट्रोक, ब्रेन अटैक का समय पर इलाज जरूरी है। देरी होने से मरीज की जान तक जा सकती है। दिमाग की रक्त नलिका में सूजन को एन्यूरिज्म कहते हैं। इलाज न मिलने की दशा में सूजी नलिका फट सकती है। इससे दिमाग में रक्तस्राव हो सकता है। इंटरवेंशनल प्रक्रिया से पैरों में छोटा सा सुराख करके कैथेटर के माध्यम से खराब हुई नस तक पहुंचाया जाता है।
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