तुलसी पर जल चढ़ाते हुए बोल दें ये छोटा सा मंत्र, पैसों से भर जाएगा घर

तुलसी के पौधे को हम तुलसी माता के रुप में पौराणिक समय से पूजते आए हैं। आज के दौर में भी तुलसी के पौधे का उतना ही महत्व माना जाता है।

तुलसी के पौधे को हम तुलसी माता के रुप में पौराणिक समय से पूजते आए हैं। आज के दौर में भी तुलसी के पौधे का उतना ही महत्व माना जाता है। हिन्दू धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि तुलसी के पौधे पूजनी, पवित्र और देवी का दर्जा प्राप्त होता है। यही कारण है कि हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा आमतौर पर कई घरों में दिखाई देता है।पौराणिक मान्यता है कि घर में तुलसी का पौधा लगाने से देवी-देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इसके साथ ही आर्थिक तौर पर भी लाभ मिलता है। इन सभी शुभताओं के बावजूद तुलसी के पौधे को लेकर हमारे धर्म ग्रंथों में कुछ नियम बताएं गए हैं, जिनका हम पालन करेंगे तो हम पर तुलसी माता की कृपा बनी रहती है।

गोरखपुर : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री से मिले सांसद रवि किशन, नहीं बंद होगी गोरखपुर आकाशवाणी की मशीनें

1. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अगर तुलसी जी पर जल चढ़ाते समय ‘ॐ-ॐ’ मंत्र का 11 या 21 बार जाप किया जाए तो बुरी नजर से बचाव होता है। साथ ही घर में धन—धान्य की वृद्धि होती है।

2. विष्णु भगवान की पूजा में तुलसी दल चढ़ाना जरूरी होता है इसलिए तुलसी का पत्ता तोड़ते समय ॐ सुभद्राय नम:, मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी,नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते।। मंत्र का जाप करें। इससे पूजा का दोगुना लाभ मिलेगा

3. जीवन में सफलता पाने के लिए महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।। मंत्र का जाप करें। इससे तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे।

4.अगर किसी को नजर लग गई हो तो उसके सिर से लेकर पाँव तक 7 तुलसी के पत्ते और 7 कालीमिर्च के दाने लेकर 21 बार उतार लें, फिर इसे नदी में प्रवाहित कर दें, इससे बुरी नजर दूर हो जाएगी।

5. भगवान विष्णु को तुलसी चढ़ाते समय इसमें चंदन लगाएं, इससे विष्णु जी प्रसन्न होंगे। ऐसा करने से घर में बरक्कत भी होगी।

 

  • हमें फेसबुक पेज को अभी लाइक और फॉलों करें @theupkhabardigitalmedia 

  • ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @theupkhabar पर क्लिक करें।

  • हमारे यूट्यूब चैनल को अभी सब्सक्राइब करें https://www.youtube.com/c/THEUPKHABAR

Related Articles

Back to top button