‘किसानों की आय बढ़ाओं और खेती-किसानी बचाओं‘ नारे के साथ किसान साइकिल यात्रा निकालेगी सपा

‘किसानों की आय बढ़ाओं और खेती-किसानी बचाओं‘की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) 07 दिसम्बर 2020 से प्रदेश के सभी जनपदों में किसान यात्राओं का आयोजन कर रही है। समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं जनपद कन्नौज में इस किसान यात्रा में शामिल होंगे।

‘किसानों की आय बढ़ाओं और खेती-किसानी बचाओं‘की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) 07 दिसम्बर 2020 से प्रदेश के सभी जनपदों में किसान यात्राओं का आयोजन कर रही है। समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं जनपद कन्नौज में इस किसान यात्रा में शामिल होंगे।

अखिलेश यादव के आह्वान पर 07 दिसम्बर 2020 को राज्य के हर जनपद के कोने-कोने से साइकिल सवार नौजवान किसान विरोधी सरकार के खिलाफ निकलेंगे और जनता को भाजपा की कुनीतियों के बारे में जानकारी देंगे।

अखिलेश यादव जनपद कन्नौज की ठठिया मंडी से तिर्वा के किसान बाजार तक 13 किलोमीटर की यात्रा ट्रैक्टर से करेंगे। स्मरणीय है, ठठिया में 60 एकड़ में आलू की मंडी समाजवादी सरकार के समय में बनायी थी जिसे भाजपा सरकार ने रोक दिया। अखिलेश यादव का किसान यात्रा में शामिल होना इस बात का द्योतक है कि समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) किसानों के संघर्ष में उनके साथ है और वह किसानों की मांगों का समर्थन पूरे जोरशोर से करती है।

अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा राज में किसान सबसे ज्यादा अन्याय का शिकार हुआ है। भाजपा मंडिया बेच रही है, किसानों को धान-मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा है। कीट नाशक, खाद के दाम बढ़ गए हैं। किसानों से झूठे वादे किए गए है। अपनी मांगों को लेकर बैठे किसानों के प्रति भाजपा सरकार संवेदनशून्य रवैया दिखा रही है। किसान को लागत का ड्योढ़ा मूल्य देने और उसकी आय 2022 तक दुगनी करने के भी वादे किए गए थे किन्तु दूर-दूर तक वे पूरे होते नहीं दिखते हैं।

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भाजपा सरकार ने साजिशन जो तीन कृषि विधेयक पास किया है उससे खेती पर किसान का स्वामित्व खतरे में पड़ जाएगा। उन्हें कारपोरेट खेती के लिए मजबूर किया जाएगा। भाजपा सरकार ने इसी लिए कृषि विधेयक में जानबूझकर न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडियों की व्यवस्था का कोई प्रावधान नहीं रखा है। बड़े व्यापारी अब अपनी शर्तों पर किसान की फसल खरीदेंगे।

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