हरदोई : आरएसएस के जिला सह प्रचार प्रमुख ने एसडीएम के फर्जी दस्खत कर मुर्गा बिक्री के वाहन के लिए पास किया जारी, FIR दर्ज

हरदोई जिले में आरएसएस के जिला सह प्रचार प्रमुख तथाकथित राहुल हिंदुस्तानी उर्फ राहुल जोशी ने कार्यालय में साठ गाँठ कर 2500 से 3000 रुपये लेकर एसडीएम के फर्जी दस्खत करके मुर्गा बिक्री के वाहन के पास जारी किये। जिलाध्यक्ष का करीबी बताकर काफी समय से कर रहा था अवैध काम। एसडीएम बोले पास फर्जी है। रिपोर्ट दर्ज होगी।

ये है पूरा मामला :-

मुर्गा की बिक्री के लिए एसडीएम दफ्तर से जारी हुए फर्जी पास बिलग्राम में प्रशासन के नाक के नीचे बड़ी घटना। 3000 से लेकर ₹5000 तक लेकर जारी किए गए फर्जी पास. राहुल जोशी नाम के युवक पर लगा फर्जी पास जारी करने का आरोप। एसडीएम बोले पास फर्जी दर्ज कराई जाएगी रिपोर्ट।

लॉक डाउन के दौरान जहां आवश्यक वस्तुएं की बिक्री पर भी रोक लगी है ऐसे में बिलग्राम एसडीएम दफ्तर से मुर्गा काटने और उनको आने जाने और ले जाने को लेकर पास जारी कर दिए गए और पास जारी करने के बदले 3000 से लेकर ₹5000 तक की वसूली की गई.

मामला तब खुला जब जारी किए गए पास मोहम्मद नाजिम को फर्जी पास मिला। जानकारी के मुताबिक कुछ रोज पहले एसडीएम दफ्तर में राहुल जोशी उर्फ राहुल हिंदुस्तानी नाम का युवक कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करने के लिए बैठाया गया. बताया गया कि उसी व्यक्ति ने जालसाजी करके मुर्गा बिक्री और वाहन के पास जारी कर दिए गए.

चिरहुला निवासी नाजिम ने बताया कि उसे जानकारी मिली चिरहुला गांव में मुर्गा ले जाने वाले वाहनों का पास जारी किया गया है और वह गाड़ी चल रही थी. 26 अप्रैल को वह एसडीएम कार्यालय पहुंचा और पास जारी करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया मौजूद राहुल जोशी ने कहा की एसडीएम साहब से बात करके मैं पास जारी करा दूंगा। बकौल नाजिम का कहना है कि उसे ₹3000 पहले मांगे गए. कम कराने के नाम पर ₹500 कम कर दिए गए.

वादी- नाजिम, निवासी थाना मलकंठ थाना बिलग्राम, हरदोई का बयान :-

उसके बाद उसे आवश्यक वस्तु सेवा स्लोगन लिखकर के पास जारी कर दिया गया जब उसने कहा कि वह मुर्गे का व्यापारी है इस पास से उसका काम नहीं चलेगा तो अगले दिन उसे आवश्यक वस्तुओं के साथ पोल्ट्री फार्म का स्लोगन लिखकर के पास जारी कर दिया गया.

नाजिम का कहना है जब वह जब वो पास लेकर गया तो लोगों ने बताया कि यह पास फर्जी है. तो एसडीएम दफ्तर से जानकारी ली तो पता चला कि जारी किया गया पास नकली है और उस पर एसडीएम के हस्ताक्षर नहीं हैं. मामले पर नाजिम ने प्रार्थना पत्र देकर जालसाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

मामले में गौर करने वाली बात तो यह है कि फर्जी पास जारी करने में कहीं एसडीएम दफ्तर की मिलीभगत तो नहीं थी. नाजिम के प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज कराने को लेकर कसम कस का माहौल बना रहा हालांकि उनका एसडीएम का कहना है कि पास फर्जी है।

कहां से मिली है एसडीएम दफ्तर की गोल्ड की मोहर?

गौर करने वाली बात यह है कि कहां से मिली एसडीएम दफ्तर की गोल्ड मोहर। आखिर इस दोनों के अलावा ऐसे लोगों के पास कैसे पहुंच गई जो इसके अधिकारी ही नहीं हैं. बताया गया कि राजस्व विभाग के नाम से बड़ी संख्या में फर्जी पास जारी किए गए हैं. अब सवाल यह है कि आखिर पास के पीछे जो लेनदेन का खेल है उसके पीछे कौन है यह जांच का विषय है।

पूरे मामले पर सीओ शिवराम कुशवाहा का बयान :-

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