कौशांबी : पीसीएफ के रिटायर्ड कर्मचारी से साथी कर्मियों ने 7.50 लाख की ऑनलाइन ठगी का मामला आया सामने
एसपी के निर्देश पर सर्विलांस, एसओजी एवं मंझनपुर पुलिस को शातिरों की गिरफ्तारी के लिए लगा दिया। छानबीन के दौरान पता चला कि ठगी करने वाले दोनों शातिर पीसीएफ गोदाम में ही संविदा कर्मचारी हैं।
कौशांबी में पीसीएफ के रिटायर्ड कर्मचारी से दो साथी कर्मियों ने 7.50 लाख की ऑनलाइन ठगी की है। साइबर शातिरों ने भुक्तभोगी के सिम का क्लोन बनाकर गेटवे, यूपीआई, पेटीएम एवं अन्य माध्यम से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर लिया। ठगी की जानकारी होने पर भुक्तभोगी ने एसपी राधेश्याम से मिलकर ऑनलाइन की ठगी की शिकायत की।
एसपी के निर्देश पर सर्विलांस, एसओजी एवं मंझनपुर पुलिस को शातिरों की गिरफ्तारी के लिए लगा दिया। छानबीन के दौरान पता चला कि ठगी करने वाले दोनों शातिर पीसीएफ गोदाम में ही संविदा कर्मचारी हैं। दोनों रायबरेली जनपद के अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं।
टीमों ने मुखबिर की सूचना पर दोनों को मंझनपुर मुख्यालय के पाल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 4.50 लाख नकद बरामद किया। वहीं 1.16 लाख रुपए खाते से बरामद किया। एसपी राधेश्याम ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बलिया के एक पीसीएफ के रिटायर्ड कर्मी से 4 जुलाई को एक ठगी का मामला प्रकाश में आया था।
इस पर टीम गठित कर दी गई थी। टीम ने 14 दिन के भीतर ही ठगी का खुलासा कर लिया है। दोनों शातिर रायबरेली के रहने वाले हैं। और दोनों ही रिटायर्ड कर्मी के साथ काम करते थे। रिटायर्ड होने के बाद दोनों शातिरों को रकम की जानकारी थी।
दोनों ने बड़े ही शातिर ढंग से ऑनलाइन ठगी कर लिया था। उनके कब्जे से 6 लाख 16 हजार रुपए बरामद किए गए हैं।
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