रिकार्ड : प्रदेश में एक दिन में 12,589 कोरोना सैंपल की जांच हुई

लखनऊ :- प्रदेश में कोरोना नमूनों की प्रतिदिन होने वाली जांच की संख्या पहली बार 12,000 के पार कर गई। गुरुवार को एक दिन में अभी तक की सर्वाधिक 12,589 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इससे पहले बुधवार को 10,563 कोरोना नमूनों की जांच एक दिन में की गई थी। चौबीस घंटों में इस आंकड़े को पीछे छोड़ते हुए और अधिक जांच का रिकार्ड कायम किया गया है।

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में मंगलवार को 9,322, सोमवार को 9,575 और रविवार को 8,642 कोरोना नमूनों की जांच की गई थी। इस तरह जांच की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है। 15 जून के आसपास तक इसे 15,000 जांच प्रतिदिन करने का लक्ष्य है।

पिछले चौबीस घंटों में मिले 502 नए मरीज:-

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में पिछले चौबीस घंटों में संक्रमण के 502 नये मामले सामने आये हैं। कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 75 जनपदों में 3,828 हो गई है। वहीं अब तक 5,648 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा अब तक प्रदेश में इस वायरस से कुल 257 मौतें हुई हैं।

4,765 मरीज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती, 8963 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में:-

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में इस समय 4,765 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। वहीं 8963 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में हैं। फैसिलिटी क्वारंटाइन में उन लोगों को रखा गया है जो कि कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क में रहे हैं। हॉटस्पॉट में होने के कारण उनमें लक्षण नजर आये या जिनमें संक्रमण की सम्भावना होती है।

लगातार हो रहीं पूल के जरिये जांचें:-

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि गुरुवार को 1,203 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की जांच की गई। इनमें 1,036 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। वहीं 167 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई।

इससे पहले बुधवार को 987 पूल के जरिए 5,430 नमूनों की जांच की गई। इनमें 888 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। इनमें 146 पूल पॉजिटिव आये। वहीं 99 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई। इनमें 15 पूल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

मंगलवार को 893 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की जांच की गई। इनमें 798 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। वहीं 95 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई।

वहीं सोमवार को 900 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की जांच की गई। इनमें 785 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। वहीं 115 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई।

रविवार को 958 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की जांच की गई। इनमें 847 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। इनमें 100 पूल पॉजिटिव पाये गये। वहीं 111 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई। इनमें 20 पूल पॉजिटिव पाये गये।

आरोग्य सेतु एप के माध्यम से 60,194 लोगों को कन्ट्रोल रूम से फोन:-

उन्होंने बताया कि प्रदेश में ‘आरोग्य सेतु’ एप डाउनलोड करने वालों के जो अलर्ट मिल रहे हैं, उन्हें सम्बन्धित जनपदों को भेजा जा रहा है। वहीं कन्ट्रोल रूम के जरिए जो लोग संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आये हैं, उन्हें फोन करके इसकी जानकारी दे रहे हैं। अभी तक 60,194 लोगों को फोन किया जा चुका है। उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

12,80,833 प्रवासी कामगारों के घरों में पहुंची आशा कार्यकत्रियां:-

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि अब तक आशा कार्यकत्रियों द्वारा 12,80,833 प्रवासी कामगारों के घरों में जाकर उनका सर्वेश्रण किया जा चुका है। इनमें से 1,163 लोगों में लोगों में कोई न कोई लक्षण पाया गया है। इनकी जांच करायी जा रही है।

4.17 करोड़ लोगों के बीच पहुंची स्वास्थ्य टीमें:-

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर सर्वेश्रण कर रही हैं। अभी तक 4,275 हॉट स्पॉट और 10,597 नॉन हॉट स्पॉट क्षेत्रों को मिलाकर कुल 14,872 क्षेत्रों में 1,06,204 सर्विलांस टीम द्वारा 82,12,55 घरों के 4,17,35,408 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।

आशा,एएनएम, निजी फार्मासिस्ट के लिए नया हेल्पलाइन नम्बर शुरू:-

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही अब नया हेल्पलाइन नम्बर 1800 180 5146 शुरू किया गया है। यह आम जनता के लिए नहीं है। यह आशा वर्कर,आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां,एएनएम और निजी मेडिकल स्टोर चलाने वाले फार्मासिस्ट के लिए हैं। इस नम्बर पर वह कोरोना से सम्बन्धित सूचना दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर निजी मेडिकल स्टोर पर कोई व्यक्ति खांसी, बुखार की दवा खरीद रहा है, तो इस नम्बर पर उसकी जानकारी दी जाए, जिससे उसका पता लगाया जाएगा। संदिग्ध होने पर उसकी कोरोना जांच करायी जायेगी। आम जनता की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए पहले से 1800 180 5145 नम्बर सक्रिय है।

देर से जानकारी देने पर परिवार के अन्य सदस्य भी हो रहे संक्रमित:-

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि लोगों से अपील है कि यदि उनमें कोरोना को लेकर किसी भी तरह का लक्षण है तो वह तत्काल इसकी जानकारी दें, सरकारी अस्पताल जाएं। इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क है। उन्होंने कहा कि आज ही लखनऊ, फिरोजाबाद, आगरा, गाजियाबाद के प्रकरणों में देखने को मिला है कि परिवार के एक संक्रमित व्यक्ति से अन्य सदस्य भी कोराना ग्रसित हो गये।

उन्होंने कहा कि किसी घर में यदि एक व्यक्ति को संक्रमण होता और वह तत्काल इसकी सूचना देने के साथ इलाज शुरू करा लेता है, तो परिवार के अन्य सदस्य इससे बच जाते हैं। देरी करने में यह बीमारी कई लोगों को भी अपनी चपेट में ले लेती है। खासतौर से बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और बच्चों में संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है। इसलिए लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें।

मोबाइल मेडिकल यूनिट कर रही शहरों-गांवों का दौरा:-

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि इसके साथ ही अब मोबाइल मेडिकल यूनिट भी शहरों और गांवों में पहुंच रही हैं। जिन स्थानों पर प्रवासी कामगार ज्यादा संख्या में हैं, इन्हें वहां विशेष तौर पर जाने को कहा गया है। शहरों में कम से कम तीन मोहल्लों में एक दिन में ये मोबाइल मेडिकल यूनिट भ्रमण कर रही हैं। इसी तरह गांवों में भी ये मुआयना कर रही हैं। आज बाराबंकी जनपद में मोबाइल मेडिकल यूनिट ने दौरा किया।

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