लखनऊ : राज्यसभा चुनाव : राजनीतिक खेमेबंदी में कौन-कौन दल एक साथ ?

राज्यसभा चुनाव के लिये ग्यारह उम्मीदवारों ने भरे पर्चे, सपा बनी बसपा की राह में रोड़ा

लखनऊ। ग्यारहवें उम्मीदवार के रूप में प्रकाश बजाज के द्वारा भरा गया पर्चा बसपा की राह में सपा का रोड़ा साबित हो सकता है। ऐसा लग रहा है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में राज्यसभा का यह चुनाव निर्णायक पाला खींचने वाला साबित होगा।

यह चुनाव अब तय कर देगा कि राजनीतिक खेमेबंदी में कौन-कौन दल एक साथ हैं और कौन साथ रहकर भी दूसरे आशियानों में डेरा डाले हुए हैं। समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा नामांकन के आखिरी दिन ऐन वक्त पर प्रकाश बजाज को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्टी भी बनाया गया है

प्रकाश बजाज के पिता प्रदीप बजाज वाराणसी से विधायक रह चुके हैं। मूल रूप से देवरिया के निवासी हैं लेकिन वाराणसी में अच्छा कारोबार करने के साथ ही सामाजिक हैसियत भी रखते हैं। उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्टी भी बनाया गया है। समाजवादी पार्टी से पुराना नाता है इसलिए अपने बेटे को समाजवादी पार्टी के अभियान का हिस्सा बना दिया है।

बसपा के बगावती विधायक थाम सकते है सपा का हाथ 

वहीं बसपा के पांच विधायकों ने सियासी हलचल को बढ़ा दिया है। बसपा के पांच विधायकों की  बगावती सुर अपनाते हुए पार्टी छोड़ने की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है। बसपा के पांच विधायक  बसपा छोड़ कर सपा में  हो सकते है।

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राज्यसभा चुनाव में ऐन वक्त पर समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी का बना हुआ खेल बिगाड़ दिया है। सपा के प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा दाखिल होते ही तय हो गया कि अब राज्यसभा की दसवीं सीट के लिए भी चुनाव होगा। सपा के इस दांव ने उन चेहरों को सामने आने के लिए मजबूर कर दिया है जो परदे के पीछे रहकर गलबहियां डाले हुए हैं।

तिलक हाल में भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल

दूसरी ओर नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आठ उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ. दिनेश शर्मा के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में विधानभवन के तिलक हाल में भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किये।

भाजपा प्रत्याशी के तौर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी,भाजपा महासचिव महासचिव अरुण सिंह,पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर, पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल, समाज कल्याण निर्माण निगम के अध्यक्ष बीएल वर्मा, पूर्व मंत्री हरिद्वार दुबे,पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी और गीता शाक्य ने नामांकन दाखिल किया। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) से प्रो रामगोपाल यादव तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से रामजी गौतम ने अपना नामांकन दाखिल किया था।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश से दस राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 25 नवंबर को खत्म होने जा रहा है। इन नेताओं में भाजपा के अरुण सिंह, नीरज शेखर, हरदीप सिंह पुरी, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान, राम गोपाल यादव, चंद्रपाल सिंह यादव, रवि प्रकाश वर्मा, बसपा के राजाराम, वीर सिंह, कांग्रेस के पीएल पुनिया शामिल हैं।

निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा 13 अक्टूबर को की थी जिसकी अधिसूचना 20 अक्टूबर को जारी की गयी थी। मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन था अब बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी। दो नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नौ नवंबर को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। उसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना होगी और परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।

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