रेलवे लखनऊ मण्डल को मिला राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार
लखनऊ राष्ट्रीय स्तर पर 'ऊर्जा दक्षता ब्यूरो' द्वारा आयोजित 30वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 (एनईसीए) का सौर ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनर, एलईडी लाइट्स, ऑक्यूपेंसी सेंसर जैसे ऊर्जा कुशल उत्पादों के अनुप्रयोग के लिए भवन श्रेणियों (सरकारी कार्यालयों) में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 प्राप्त किया।
लखनऊ राष्ट्रीय स्तर पर ‘ऊर्जा दक्षता ब्यूरो’ द्वारा आयोजित 30वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 (National Energy Conservation Award 2020) का सौर ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनर, एलईडी लाइट्स, ऑक्यूपेंसी सेंसर जैसे ऊर्जा कुशल उत्पादों के अनुप्रयोग के लिए भवन श्रेणियों (सरकारी कार्यालयों) में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2020 प्राप्त किया। इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबन्धक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने हर्ष व्यक्त करते हुए विद्युत विभाग के वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर, सा. धनन्जय मिश्रा तथा उनकी टीम को हार्दिक बधाई देते हुए उनका हौसला बढ़ाया तथा लखनऊ मण्डल द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए गए विशेष प्रयासों की सराहना की।
इससे पूर्व 14 दिसंबर 2020 -‘ऊर्जा संरक्षण दिवस’ पर उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) द्वारा आयोजित ऊर्जा संरक्षण अभियान के तहत लखनऊ स्थित पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय को ‘सरकारी भवन संवर्ग’ में प्रशंसनीय एवं प्रभावी कार्य हेतु उत्तर प्रदेश में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया था। जिसकी घोषणा ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा (Energy) स्रोत मंत्री मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार श्रीकान्त शर्मा ने की थी। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरस्कार पाना महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ऊर्जा (Energy) बचत के लिये अनेक प्रभावी कदम उठा रहा है, जैसे कि भी ट्रेनों में एल.ई.डी. लाइटिंग प्रदान की गयी है, मण्डल के सभी स्टेशनों एवं कालोनियों में भी शत-प्रतिशत एल.ई.डी. लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है, जिसके फलस्वरूप ऊर्जा खपत में कमी हुई है।
ऊर्जा के गैर पारम्परिक स्त्रोत सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है साथ ही ऊर्जा दक्ष उपकरणों का प्रयोग सुनिश्चित कर ऊर्जा (Energy) खपत में बचत की जा रही है। फलस्वरूप रेल राजस्व की भी बचत हो रही है। लखनऊ मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय भवन में स्थापित 180 किलोवाट क्षमता के टॉप सोलर पैनल के माध्यम से लखनऊ मंडल पूर्वोत्तर रेलवे ने संबंधित अवधि में दो लाख तीस हजार यूनिट सौरजनित ऊर्जा का उत्पादन किया। जिससे न केवल अपने स्वयं के उपयोग के लिए, बल्कि ग्रिड के लिए निर्यात के लिए भी बड़े पैमाने पर इकाइयों का उत्पादन किया है।
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