कौशांबी: पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्य मंत्री ने ओवरलोड बालू परिवहन पर दिया बेतुका बयान
प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्यमंत्री व कौशांबी जिले के प्रभारी मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय रविवार को जिले के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।
प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्य मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय रविवार को कौशाम्बी जिले के दौरे पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट के लाभ को गिनाया।
मीडिया से बात करते समय राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने ओवरलोड वाहनों को लेकर एक बेतुका बयान (absurd statement ) दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ओवरलोड पूरी तरह से रोकना चाहती है लेकिन जब से सरकार द्वारा ऑनलाइन नीलामी पद्धति चालू की गई है सबसे खदान मालिकों द्वारा अंडरलोड में घाटे होने की बात कही जा रही है। जिसके कारण ओवरलोड का खेल नहीं रुक पा रहा है।
पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन
प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्यमंत्री व कौशांबी जिले के प्रभारी मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय रविवार को जिले के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।
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राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट की जमकर सराहना किया। उन्होंने आम बजट की सराहना करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने आम आदमियों को ध्यान में रखते हुए वोकल फार लोकल की तर्ज पर बजट पेश किया है।
पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़कें खराब हो रही
मीडिया द्वारा जिले में चल रहे ओवरलोड केेेे खेल पर सवाल पूछा गया तो राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा दिक्कत केशव जी को हो रही है क्योंकि पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़कें खराब हो रही हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ओवरलोड के खेल पर पूरी तरह से रोक लगाना चाहती है, लेकिन इसे में बालू खदान मालिकों द्वारा घाटा होने की बात कहकर घाट सिलेंडर करने की बात कही जाती है।
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उन्होंने कहा कि जब से उनकी सरकार ने ऑनलाइन खदान आवंटन शुरू किया है। तब से खदान मालिकों द्वारा अंडर लोड बालू लोडिंग करने पर घाटा लगने की बात कही जाती है। जिसके कारण वह लोग ओवरलोड बालू परिवहन कर रहे हैं।
जिससे ओवरलोड परिवहन नही रुक रहा है। इतना ही नही उन्होंने पत्रकारों को नसीहत देते हुए कहा कि पत्रकार कभी खदान मालिक से बात करके देखें वह हमेशा रोता हुआ मिलेगा। क्योंकि उन्हें अंडरलोड बालू परिवहन करने में काफी घाटा लगता है।
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