यूपी की जेलों से गायब हो गए 1367 कैदी, वजह जानकर रह जाएंगे दंग

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा वाकया सामने आया है। जिसने प्रदेश सरकार और जेल प्रशासन दोनों की एक साथ चिंताएं बढ़ा दी हैं।

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा वाकया सामने आया है। जिसने प्रदेश सरकार और जेल प्रशासन दोनों की एक साथ चिंताएं बढ़ा दी हैं। मामला जेलों से पैरोल पर छोड़े गए सजायाफ्ता कैदियों(Prisoners) से जुड़ा हुआ है। यूपी की जेलों से पैरोल पर छोड़े गए कैदी(Prisoners) लौट कर वापस नहीं आ रहे हैं। बल्कि जेलों मे बंद कैदी अब धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं। इन कैदियों को कोर्ट के आदेश पर पैरोल मिला, लेकिन वक्त बीतने के बाद भी ये कैदी वापस नहीं लौटे। जिसके बाद से अब सरकार ने इनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।

बंदियों के बारे में जेल प्रशासन को नहीं है जानकारी

इन 1370 बन्दियों(Prisoners) को यूपी की जेलों में वापस लौटना है, जो समय अवधि पूरा हो जाने के बाद भी नहीं लौटे हैं। उनके बारें में प्रशासन के पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि वे इस वक्त कहां पर हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना काल में जेलों में बंद सजायाफ्ता बंदियों को पैरोल पर छोड़े जाने के निर्देश जारी किये गये थे। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश की उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा जारी संस्तुतियों में से कुल 2256 सजायाफ्ता बन्दियों को प्रदेश की जेलों से 8 सप्ताह की विशेष पैरोल पर रिहा किए जाने की संस्तुति प्रदान की थी।

19 नवंबर को बंदियों की वापसी पर नया आदेश जारी हुआ

उसके बाद में 8-8 हफ्ते के लिए इस विशेष पैरोल को तीन बार बढ़ाया गया। अब जबकि यूपी में कोरोना का असर कम होने लगा है और पैरोल की अवधि बीत जाने के बाद भी बड़ी संख्या में सजायाफ्ता बंदी वापस नहीं लौट रहे हैं तो मजबूरन सरकार को कड़ा कदम उठाना पड़ रहा है। सरकार द्वारा 19 नवंबर को रिहा किये गए बंदियों को 3 दिन के अंदर कारागार में दाखिल होने का निर्देश दिया गया था, जिसके अनुपालन में वर्तमान में पैरोल पर रिहा हुए सिद्धदोष बंदियों को फिर से जेल में दाखिल कराया जा रहा है।

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जिलों के पुलिस अधीक्षकों को जेल अधीक्षकों द्वारा पत्र भेजे गए

जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार रिहा किए गए कुल 2256 बन्दियों में से परोल के दौरान 4 की डेथ हो गयी। इनमें से 136 की अंतिम रूप से रिहाई हो गयी और 56 अन्य वाद में जेल में निरुद्ध है। 193 को छोड़कर शेष 2063 बन्दियों को पुनः जेल में दाखिल होना था, जिसमें से परोल पर रिहा हुए कुल 693 बन्दी विभिन्न जेलों में वापस आ चुके हैं। अभी 1370 बन्दियों को दाखिल होना है, जिनके बारे में कुछ पता नहीं है। इन लोगों के छिप जाने या भाग जाने की आशंका के चलते सम्बंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को जेल अधीक्षकों द्वारा पत्र भेजे गए हैं। जिससे कि सजा याफ्ता बंदियों को जल्द से जल्द अरेस्ट कर जेल लाया जा सके।

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